अलीपुरद्वार के जयंती महाकाल यात्रा का उद्घाटन आज
संवाद सूत्र, अलीपुरद्वार: महाशिवरात्री के अवसर पर जयंती महाकाल यात्रा अलीपुरद्वार जिले में पर्यटन
संवाद सूत्र, अलीपुरद्वार: महाशिवरात्री के अवसर पर जयंती महाकाल यात्रा अलीपुरद्वार जिले में पर्यटन के मानचित्र में एक अलग पहचान बनाने जा रही है। अलीपुरद्वार सभाधिपति मोहन बोस ने कहा कि 23 फरवरी शाम को जयंती महाकाल यात्रा का शुभारंभ किया जाएगा। इस वर्ष शिवरात्री के दौरान विशेष व्यवस्था की जा रही है। श्रद्धालुओं व पर्यटकों के लिए नि:शुल्क खाने व रहने की व्यवस्था होगी। सुरक्षा को लेकर प्रशासनिक तौर पर पूरी तैयारी कल ली गई है। अलग-अलग जगहों पर चिकित्सा शिविर भी लगाया जाएगा। सरकारी सहायता के अलावा विभिन्न समाजसेवी संगठनों का भी सहयोग मिल रहा है। वहीं महकमा शासक समीरन मंडल ने बताया कि जयंती महाकाल यात्रा जिले में काफी विख्यात होते जा रही है। देश विदेश से लोग भ्रमण करने आते हैं। जिस कारण महाकाल यात्रा को राज्य के पर्यटन क्षेत्र में भी शामिल किया जा सकता है। भारत भूटान सीमा से सटे महाकाल पहाड़ दर्शन व जयंती इलाके का प्राकृतिक सौंदर्य पर्यटकों को काफी आकर्षित करती है। श्रद्धालुओं को ध्यान में रखकर इंडो-भूटान फ्रेंडशीप एसोसिएशन व अन्य समाजसेवी संगठनों ने भी सहायता का हाथ बढ़ाया है। इधर उत्तर बंगाल के विशिष्ट पर्यटन विशेषज्ञ राज बसु ने बताया कि प्राचीन काल से ही पर्यटकों में धार्मिक स्थलों को लेकर विशेष रूचि है। आधुनिक समय में भी धार्मिक पर्यटन केंद्रों का विशेष महत्व है। जिसमें कुंभ का मेला, गंगासागर, अमरनाथ यात्रा समेत अन्यों को शामिल है। इस क्रम में शिवरात्री के दौरान जयंती महाकाला यात्रा में भी देश-विदेश से श्रद्धालु भगवान शिव की पूजा करने आते हैं। दूसरी ओर अन्य पर्यटन विशेषज्ञों की माने तो अगर राज्य सरकार जयंती इलाके के सौंदर्यकरण पर कुछ कार्य करती है तो जयंती महाकाल यात्रा पर्यटन का बै्रंड बन सकती है। जयंती महाकाल यात्रा को लेकर श्रद्धालुओं व पर्यटकों में व्यापक उत्साह देखने को मिल रहा है। ज्ञातव्य हो कि महाकाल पहाड़ समतल से करीब तीन हजार फूट की उंचाई पर स्थित है। जहां शिवरात्री के दिन हजारों की संख्या में स्थानीय व देश विदेश के श्रद्धालु पूजा अर्चना करते हैं।