क्रेता नहीं मिलने से आलू किसानों को हो रही समस्या
संवाद सूत्र, वीरपाड़ा: आलू की सिंचाई करने के बाद अब किसानों को काफी समस्या हो रही है। एक तरफ क्रेता न
संवाद सूत्र, वीरपाड़ा: आलू की सिंचाई करने के बाद अब किसानों को काफी समस्या हो रही है। एक तरफ क्रेता न के बराबर है तो दूसरी तरफ उचित दाम भी नहीं मिल रहा है। किसानों की माने तो कृषि ऋण नहीं मिलने के कारण महाजन से अधिक ब्याज दर पर ऋण लेकर आलू की सिंचाई कर रहे हैं। लेकिन उचित मूल्य व आलू की बिक्री नहीं हो रही है। जिससे महाजन को ऋण चुकाने में किसानों को दिक्कतें आ रही है। खगेन हाट के किसान सुशांत दास, निरेन राय, धनीरामपुर के बसु शील, जीवन दास समेत अन्यों ने कहा कि प्रति बीघा आलू सिंचाई करने में 15 से 18 हजार रूपये तक का खर्च आता है। लेकिन एक गाड़ी अर्थात 10 टन आलू का मूल्य सिर्फ 20 से 25 हजार रुपये ही मिलता है। इस बार आलू की फसल अच्छी नहीं होने पर भी किसानों को आशा थी कि कुछ लाभ जरूर होगा, पर बाहर से क्रेता नहीं आने पर किसानों का नुकसान ही हो रहा है। अधिकांश जगहों पर अभी भी आलू जमीन पर ही है। अगर ज्यादा दिन रहा तो आलू बर्बाद हो सकती है। किसानों की माने तो नोटबंदी के बाद भी हालात सामान्य नहीं होने के कारण बाहर से क्रेता आलू खरीदने नहीं आ रहे हैं। किसान निरेन राय ने कहा कि अगर सरकार की ओर से सहायता नहीं मिली तो किसानों का बचना मुश्किल है। मदद के लिए कृषि विभाग के पास आवेदन दी गई है।