जलश्वेरी शिशु शिक्षा केंद्र पर जड़ा ताला
- सरकार द्वारा निर्धारित मिड डे मील नहीं मिलने का आरोप - छानबीन के बाद आरोपियों पर आवश्यक कार्रवाई
- सरकार द्वारा निर्धारित मिड डे मील नहीं मिलने का आरोप
- छानबीन के बाद आरोपियों पर आवश्यक कार्रवाई का मिला आश्वासन
जागरण संवाददाता, जलपाईगुड़ी: सरकार द्वारा निर्धारित खाना नहीं मिलने व घटिया क्वालिटी का चावल मिलने के कारण गत शुक्रवार से ही मयनागुड़ी ब्लाक के दोमहानी 2 ग्राम पंचायत के जलेश्वरी शिक्षा केंद्र में ताला लटका हुआ है। आज भी विभिन्न आरोपों को लेकर स्थानीय लोगों व अभिभावकों ने केंद्र के कर्मियों और का सहायिकाओं का घेराव कर विरोध प्रदर्शन किया। फलस्वरूप लगातार तीन दिनों से पठन-पाठन के साथ ही मिड डे मील घर भी बंद पड़ा है। मयनागुड़ी ब्लाक समष्टी उन्नयन अधिकारी श्रेयसी घोष ने घटना की छानबीन कर आवश्यक कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है।
जलेश्वर शिशु शिक्षा केंद्र में विद्यार्थियों की कुल संख्या 39 है। दो सहायिका व एक कर्मी को लेकर ही केंद्र चल रहा है। स्थानीय निवासी व अभिभावक विमला राय, शांति राय का आरोप है कि काफी दिनों से मिड डे मील में खराब क्वालिटी का चावल इस्तेमाल किया जा रहा है। साथ ही सरकारी निर्देशानुसार सप्ताह में दो दिन अंडा भी नहीं खिलाया जाता था। गत शुक्रवार को शिशु शिक्षा केंद्र में जाकर छानबीन की तो पता चला कि मिड डे मील के रसोई के लिए चावल ही नहीं है। बदले में विद्यार्थियों के लिए काफी घटिया क्वालिटी के चावल का खाना बनाया जा रहा था। इसके बाद ही आक्रोशित लोगों ने शिशु शिक्षा केंद्र पर ताला जड़ दिया।
केंद्र की सहायिका अंजली कुंडु ने कहा कि काफी मात्रा में चावल आ रहा है। इस कारण रखते-रखते कुछ मात्रा में चावल खराब भी हो जाते हैं। चुहों से भी काफी परेशान हैं। लेकिन कुछ दिनों से चावल कम होने के कारण मिड डे मील से जुड़े महिलाओं को चावल लाकर खाना बनाने के लिए कहा गया था। शुक्रवार की घटना के बाद ग्राम पंचायत सदस्य हरीपद राय के निर्देशानुसार सहायिकाओं ने 99 चावल लाया। इसके बाद ही फिर से स्थानीय लोग व अभिभावक आक्रोशित हो गए।
पंचायत सदस्य हरीपद राय ने कहा कि समस्या का जल्द ही कोई समाधान निकाल लिया जाएगा।