मृत गैंडे के आत्मा की शांति को किया गया श्राद्ध
-पर्यावरण प्रेमियों ने की वन विभाग की आलोचना जागरण संवाददाता, जलपाईगुड़ी : मृत इंसान की श्राद्ध क
-पर्यावरण प्रेमियों ने की वन विभाग की आलोचना
जागरण संवाददाता, जलपाईगुड़ी : मृत इंसान की श्राद्ध की तरह ही मृत गैंडे का श्राद्ध क्रिया सम्पन्न हुई। श्राद्ध क्रिया के लिए पंडित पहुंचे, यज्ञ हुआ। ब्रह्मा नाम व विष्णु नाम किया गया। इस श्राद्ध क्रिया का आयोजन पर्यावरण प्रेमी संजीव चट्टोपाधाय ने किया। बाकायदा गैंडा का नाम व गोत्र के साथ विधिवत श्राद्ध क्रिया सम्पन्न हुई। गैंडे के शव मिलने की घटना के 11 दिन पर गोरुमारा जंगल में मृत इन दो गैंडे के श्राद्ध कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस आयोजन के बीच केवल मृत गैंडे की आत्मा की शांति ही नहीं बल्कि सुरक्षा का सवाल उठाते हुए वन विभाग की आलोचना की गई। ज्ञातव्य है कि गत 20 अप्रैल को गोरुमारा राष्ट्रीय उद्यान के गड़ाती बिट इलाके से दो गैंडे के शव बरामद हुए। सूत्रों के मुताबिक इन दो गैंडे की हत्या कर सींग लेकर भागे थे तस्कर। इस घटना के लिए पर्यावरण प्रेमियों ने वन विभाग को जिम्मेदार ठहराया है। समाज व नदी बचाओ कमेटी के आह्वायक संजीव चट्टोपाध्याय ने बताया कि कार्य के प्रति जिम्मेदार व वन्यप्राणियों के प्रति आंतरिकता होने पर ही इस तरह से इन दो गैंडे की जान नहीं जाती। श्राद्ध के बाद उपस्थित लोगों को दही-चूड़ा खिलाया गया। इस श्राद्ध कार्यक्रम में डुवार्स के विभिन्न क्षेत्रों के पर्यावरण प्रेमी के अलावे पर्यटक भी शामिल हुए।