वेतन की मांग को लेकर श्रमिकों ने किया गेट मीटिंग
- गत 15 दिनों से साइलि बागान श्रमिकों को नहीं मिला है वेतन - जल्द वेतन नहीं मिला तो सोमवार राष्ट्
- गत 15 दिनों से साइलि बागान श्रमिकों को नहीं मिला है वेतन
- जल्द वेतन नहीं मिला तो सोमवार राष्ट्रीय राजमार्ग जाम करेंगे श्रमिक
संवाद सूत्र, मालबाजार: नोटबंदी के बाद से ही अधिकांश चाय श्रमिकों को अब तक वेतन नहीं मिला पाया है। इस क्रम में माल ब्लॉक के साइलि चाय बागान श्रमिकों को भी दो पाक्षिक वेतन बकाया है। गुड़िया बारला, बिकाश कुजूर जैसे श्रमिकों को परिवार चलाना काफी मुश्किल हो रहा है। इस कारण वेतन की मांग को लेकर साइलि बागान श्रमिकों ने फैक्टरी के सामने गेट मीटिंग कर अपना रोष प्रकट किया। सरकार के नोटबंदी फैसले के बाद साइलि चाय श्रमिकों को गत 22 नवंबर व सात दिसंबर का वेतन नहीं मिला है। इसके विरोध में ही तराई डूवार्स प्लानटेशन वर्कर्स यूनियन के बैनर तले गेट मीटिंग के माध्यम से आंदोलन का शुभारंभ किया गया। लगातार तीन दिन सुबह गेट मीटिंग किया जाएगा। इसके बावजूद अगर समस्या का कोई समाधान नहीं निकाला गया तो सोमवार डामडिम मोड़ के 31 नं. राष्ट्रीय राजमार्ग पर सड़क जाम किया जाएगा। गुरुवार गेट मीटिंग के दौरान विनय साहा, अनूप प्रधान, हबिब खान समेत अन्य नेताओं ने अपने वक्तव्य में कहा कि आठ हेक्टेयर बागान में स्थायी श्रमिकों की संख्या करीब 1500 है। गत एक महीने से कोई वेतन नहीं मिल रहा है। श्रमिकों की समस्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। मालिक पक्ष व प्रशासनिक अधिकारियों को सतर्क कर दिया गया है, अगर जल्द वेतन नहीं दिया गया तो जोरदार आंदोलन किया जाएगा। सुनीता बाग, मीना टाप्पो जैसी महिला श्रमिक शिशु को गोद में लेकर गेट मीटिंग में शामिल हो रही है। सभी के चेहरों पर निराशा छाई हुई है। श्रमिक नेताओं की माने तो अगर कुछ और वेतन नहीं मिला तो जीवनयापन करना मुश्किल हो जाएगा। चाय बागान के मैनेजर वीरेंद्र ओझा ने कहा कि बैंक व विभिन्न प्रशासनिक अधिकारियों से बात कर समस्या को मिटाने की कोशिश की जा रही है।