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जीटीए समस्या का समाधान नहीं: हर्कबहादुर

संवाद सूत्र, कालिम्पोंग: पहाड़ में 2012 से चल रहे गोरखालैंड क्षेत्रीय प्रसाशन को मोर्चा व अन्य राजनी

By JagranEdited By: Published: Wed, 20 Sep 2017 11:09 PM (IST)Updated: Wed, 20 Sep 2017 11:09 PM (IST)
जीटीए समस्या का समाधान नहीं: हर्कबहादुर

संवाद सूत्र, कालिम्पोंग: पहाड़ में 2012 से चल रहे गोरखालैंड क्षेत्रीय प्रसाशन को मोर्चा व अन्य राजनीतिक पार्टियों द्वारा खारिज करने के लगभग तीन महीने के बाद जीटीए का कार्यभार फिर से गोजमुमो के विवादित नेता विनय तमाग व उनके समूह को दिया जा रहा है। अब पहाड़ के राजनीति में नए समीकरण का अनुमान लगाया जा रहा है। राच्य सरकार ने जीटीए की बागडोर मोर्चा के विवादित नेता विनय तामाग को सौंपने के बाद जाप अध्यक्ष डा. हर्कबहादुर छेत्री ने कहा कि हमारा सरोकार का विषय नहीं है। इस कारण हम समर्थन नहीं करेंगे। जीटीए जनता द्वारा ख़ारिज किया गया है । पार्टी की ओर से राच्य सरकार के साथ हुए द्विपक्षीय वैठक में जीटीए को जनता द्वारा ख़ारिज करने के कारण जीटीए के कानून को वैधानिक प्रक्रिया के अनुसार खारिज करने के लिखित मांग की है। इन हालातों में वापस जीटीए संचालन के लिए किसी को नियुक्त किया जाना समस्या का समाधान नहीं है। डा. छेत्री ने कहा कि राच्य सरकार फिर एक बार गलत कदम उठा रही है। पहाड़ की जनता की चाहत अलग राच्य गोरखालैंड है। इससे शाति के बदले अशांति हो सकती है। निर्माण करने के बदले और अशान्ति सिर्जना होने की सम्भावना व्यक्त किया। विनय तामांग का त्रिपक्षीय वार्ता करने का पहल अच्छा कदम है।

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