नहीं सुलझ सकी पीयूष हत्याकांड की गुत्थी
-पुलिस आयुक्त से आवेदन देकर जांच की मांग -परिजनों ने लगाया साजिश के तहत हत्या का आरोप जागरण सं
-पुलिस आयुक्त से आवेदन देकर जांच की मांग
-परिजनों ने लगाया साजिश के तहत हत्या का आरोप
जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : माटीगाड़ा थाना के तुब्बाजोत में जमीन कारोबार से जुड़े (44) वर्षीय पीयूष शर्मा की मौत डेढ़ माह बाद भी रहस्य के घेरे में है।
मृतक के भाई रोहित शर्मा ने माटीगाड़ा थाना और पुलिस आयुक्त सीएच लेप्चा को आवेदन देकर मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। पुलिस आयुक्त कार्यालय के बाहर रोहित शर्मा ने बताया कि डेढ़ माह तक पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने का हवाला देकर माटीगाड़ा पुलिस खालीहाथ लौटाती रही। जबकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट दो दिन पूर्व मिला । जिसमें हत्या का कारण संदेहजनक बताया गया है। केमिकल जांच के लिए भेजी गई रिपोर्ट मांगी गई है। सवाल यह उठता है कि किसी छोटी सी घटना में भी पुलिस तत्परता दिखाती है, परंतु एक युवक को संदेहजनक स्थित में घर में शव पाया गया। उस में मामले में वह दिलचस्पी क्यों नहीं दिखा रही है, समझ से परे है। शर्मा की माने तो घटना के वक्त उसके अलावा घर में कोई नहीं था तो हमलोगों के आने के पूर्व ही घर को पूरी तरह क्यों साफ किया गया? पीयूष को हर बात डायरी में लिखने की आदत थी। लेकिन डायरी नहीं मिल पा रही है। पत्नी इस संबंध में कुछ भी नहीं बता रही। पुलिस बिना जांच रिपोर्ट के बार-बार यह कहती है कि शराब के ओवर डोज के कारण पीयूष की मौत हुई। मृतक के भाई ने कहा कि पुलिस आयुक्त से उन्होंने यह भी कहा है कि हो सकता है कि उस घर की दूसरी चाबी उसके जानने वालों के पास हो। उसकी मौत जमीन से जुड़े संपत्ति के लिए होना तय है। इसलिए इसकी जांच पुलिस के अलावा सीआइडी या डीडी से भी कराई जानी चाहिए। यह जांच इसलिए जरुरी है क्योंकि पीयूष के शरीर पर भी कई जख्म थे। सिर पर भी चोट के निशान थे। मालूम हो कि 15 जुलाई 2016 को तुब्बाजोत में पीयूष शर्मा के घर से दुर्गध आने पर लोगों ने इसकी जानकारी पुलिस को दी। पुलिस मौके पर पहुंची और बंद दरवाजा को तोड़कर देखा तो बेडरुम में पीयूष मृत पड़ा था। उसके मौत की गुत्थी नहीं सुलझ पाई है। उसने नौ जून को ही तुम्बाजोत निवासी बॉबी शर्मा से प्रेम विवाह किया था। उसने अपने कुछ साथियों के साथ मिलकर कई जगहों पर जमीन खरीदी थी। पीयूष के परिवार के सदस्य असम और गोवा में रहता है।