धार्मिक पर्यटन स्थल के तौर पर विकसित होगा त्रिवेणी
संवाद सूत्र, दार्जिलिंग : जीटीए प्रशासन तीस्ता नदी के तट पर स्थित त्रिवेणी को धार्मिक पर्यटन स्थल के
संवाद सूत्र, दार्जिलिंग : जीटीए प्रशासन तीस्ता नदी के तट पर स्थित त्रिवेणी को धार्मिक पर्यटन स्थल के तौर पर विकसित करेगा। इसके लिए मेगा प्रोजेक्ट तैयार किया गया है। जिसमें ब्रम्हा, विष्णु और महेश की विशाल प्रतिमाएं स्थापित करने के साथ ही लगभग तीन सौ पंडितों के अध्ययन की क्षमता से लैस संस्कृत स्कूल व ओल्ड एज होम बनाए जाने की तैयारी है। उक्त जानकारी जीटीए प्रमुख विमल गुरुंग ने दी। वे, रविवार को पातलेबास स्थित पार्टी कार्यालय में पत्रकारों से बात कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि इस योजना पर 150 से दो सौ करोड़ रुपये की लागत आएगी। जिसके लिए जीटीए की ओर से डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट बनकर तैयार है। जीटीए प्रमुख ने कहा कि परियोजना के मूर्त रूप ले लेने के बाद तीस्ता के साथ ही आसपास स्थित लप्चू पेशोक एवं अन्य गांव-बस्तियों के लोग भी लाभान्वित होंगे। उन्होंने कहा कि त्रिवेणी में तीस्ता के तट पर प्रतिदिन आरती भी होगी, इससे नदी और पवित्र होगी। विमल ने लप्चू पेशोक क्षेत्र के विकास को पूर्ण प्रतिबद्धता व्यक्त की। इससे पूर्व गोरामुमो का गढ़ माने जाने वाले लप्चू पेशोक क्षेत्र के 40 परिवारों के सदस्य मोर्चा में शामिल हो गए। जिनमें गोरामुमो की पेशोक इकाई के अध्यक्ष हेमंत गुरुंग भी शामिल हैं।