'गोरखालैंड को एकजुट हो करें प्रयास'
फोटो : -मतभेद भुल एक मंच पर आएं अलग राज्य समर्थक दल : एस मोक्तान - भारतीय गोरखा परिसंघ के दो दिव
फोटो :
-मतभेद भुल एक मंच पर आएं अलग राज्य समर्थक दल : एस मोक्तान
- भारतीय गोरखा परिसंघ के दो दिवसीय अधिवेशन का समापन
-राजनैतिक मतभेद भुला
संवाद सूत्र, मिरिक : अलग गोरखालैंड राज्य का गठन कठिन अवश्य है, परंतु असंभव नहीं। इसके लिए आवश्यक है कि अलग राज्य के समर्थक सभी दल आपसी वैमनस्य भुल एकजुट होकर इस दिशा में प्रयास करें। उपर्युक्त उद्गार भारतीय गोरखा परिसंघ के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखमन मोक्तान ने कही। वे रविवार को परिसंघ के राष्ट्रीय अधिवेशन के दूसरे दिन उपस्थित लोगों को संबोधित कर रहे थे।
गोरखालैंड के समर्थक सभी दलों से एक मंच पर आने का आह्वान करते हुए उन्होंने कहा कि इसके लिए आवश्यक है कि गोरखा समुदाय के लोगों में सामूहिकता की भावना का सृजन हो। मोक्तान ने गोरखा समुदाय के लोगों से टूकड़ों में न बंटने का आह्वान किया व कहा कि एक स्वर से राज्य गठन की मांग की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि भागोप राज्य गठन के लिए अलग राज्य के समर्थक सभी राजनैतिक दलों के साथ मिलकर काम करने को प्रतिबद्ध है। समय की मांग है कि अलग राज्य समर्थक सभी दल राजनैतिक मतभेद भुल एक मंच पर आएं। वहीं राष्ट्रीय महासचिव भूपेंद्र अधिकारी ने भी राज्य गठन को एकजुट होकर पहल करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि इसके लिए दलगत भावना से उपर उठकर कार्य किया जाना चाहिए। इसके अलावा राष्ट्रीय प्रवक्ता आर मोक्तान ने अधिवेशन के बाद पत्रकारों को बताया कि अधिवेशन सफल रहा। इसमें स्थानीय पदाधिकारियों के साथ ही उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, असम, मेघालय, मणिपुर समेत विभिन्न राज्यों के पदाधिकारियों ने अच्छी तादाद में सहभागिता की। उन्होंने कहा कि अगला वार्षिक अधिवेशन उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में कराने का निर्णय लिया गया। साथ ही विभिन्न राज्यों में लोक सेवा आयोग द्वारा संचालित परीक्षाओं के लिए नेपाली भाषा में भी प्रश्न-पत्र तैयार कराने, राष्ट्रीय टीवी चैनल पर नेपाली भाषा में कार्यक्रम का प्रसारण करने, नेपाली चैनल शुरु करने, नई दिल्ली में गोरखा भवन का निर्माण कराने समेत विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा की गई।