पगलाझोरा में लगातार हो रहा भू-स्खलन
शिवानंद पांडेय, सिलीगुड़ी : सिलीगुड़ी से दार्जिलिंग जाने वाले वाले राष्ट्रीय राजमार्ग 55 का क्या भविष्य होगा, इसके बारे में अभी कुछ भी नहीं कहा जा सकता, क्योंकि पगलाझोरा में लगातार भूस्खलन हो रहा है।
उल्लेखनीय है कि जून 2010 में हुए खतरनाक भू-स्खलन से पगलाझोरा के पास लगभग पांच मीटर सड़क खत्म हो जाने के बाद इस मार्ग का भविष्य अधर में लटका हुआ है। हालांकि लोक निर्माण विभाग इस मार्ग के स्थाई तौर पर पुर्ननिर्माण के लिए जी-तोड़ कोशिश कर रहा है। तमाम कोशिश किये जाने के बावजूद जल्द सफलता मिलती नहीं दिख रही है। पगलाझोरा के निकट रहने वाले लोगों से मिली जानकारी के अनुसार लोक निर्माण विभाग द्वारा अस्थाई रूप से सड़क का निर्माण कर लिया गया था, लेकिन इस बीच पिछले दिनों हुई लगातार बारिश के बाद फिर से भू-स्खलन होने के कारण सड़क पर पत्थर व मिट्टी का मलबा जमा हो गया है। इसके अलावा प्रभावित क्षेत्र में लगातार ऊपर से मिट्टी व पत्थर गिरने का सिलसिला जारी है, जिसे रोक पाना संभव नहीं है। हालांकि पीडब्ल्यूडी विभाग के लिए राहत की बात यह है कि नीचे का भाग बचा हुआ है। इस बारे में महानदी-सिलीगुड़ी एनएच 55 रेंज पीडब्ल्यूडी के एग्जिक्यूटिव इंजीनियर निर्मल मंडल ने बताया कि पगलाझोरा के पास अस्थाई रुप से सड़क निर्माण का काम जारी है। भू-स्खलन से सड़क पर आई मिट्टी व पत्थर को हटाने का काम चल रहा है। अगर फिर से तेज बारिश व भूस्खलन नहीं हुआ तो, सड़क के पुर्ननिर्माण का कार्य पूरा कर लिया जायेगा, पूजा तक इस मार्ग को चालू कर दिया जायेगा। उन्होंने बताया कि वर्ष 2011 में तीनधरिया में हुए भू-स्खलन से टूटी सड़क के निर्माण के लिए हो रहा कार्य फिलहाल बारिश की वजह से बंद है। बारिश खत्म होने के बाद फिर से काम शुरू किया जायेगा।
भू-स्खलन से सिर्फ राष्ट्रीय मार्ग ही नहीं डीएचआर के भी अस्तित्व पर खतरा मंडरा रहा है। डीएचआर सूत्रों द्वारा मिली जानकारी के अनुसार जो स्थिति फिलहाल पगलाझोरा की है, इसे देखते हुए नहीं लगता है कि जल्द सड़क निर्माण का काम पूरा हो पाएगा। जब तक मजबूती के साथ सड़क निर्माण का काम पूरा नहीं होगा तब डीएचआर का ट्रैक बिछाना संभव नहीं है।