इतना पानी, कि परेशानी ही परेशानी
जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : पिछले 24 घंटे में शहर व आसपास के इलाकों में हुई जबरदस्त बारिश ने लोगों का जीना मोहाल कर दिया है। गली, मोहल्ले और सड़कें जहां पानी से लबालब हैं, वहीं वार्ड-5 में एक दीवार गिरने से तीन लोग घायल हो गए हैं। महकमा प्रशासन ने स्थिति से निपटने के लिए हेल्पलाइन नंबर चालू किया है। इसके अलावा जलभराव से त्रस्त लोगों ने मंगलवार को बर्दवान रोड जाम कर व्यवस्था के प्रति अपना विरोध भी प्रकट किया है। उनका आरोप है कि जन निकासी की व्यवस्था करने बजाए जाम खुलवाने के नाम पर पुलिस ने मौके पर पहुंच कर निर्दोष लोगों पर लाठी चार्ज किया जो सरासर अन्याय है।
जानकारी के अनुसार जल जमाव से सबसे ज्यादा परेशानी वार्ड-4 के लोगों को उठानी पड़ी है। वहां नाले व ड्रेनेज व्यवस्था ठीक नहीं है, जिसे लेकर मंगलवार की सुबह वार्डवासी विरोध प्रदर्शन करते हुए सड़क पर आ गए और उन्होंने बर्दवान रोड स्थित झंकार मोड़ पर एक घंटे तक जाम लगाया। इसी दौरान दीवार गिरने से घायल राजेश प्रसाद गुप्ता ने बताया कि जब वह साइकिल से जा रहा, तभी अचानक निर्माणाधीन भवन की दीवार गिर पड़ी, जिसकी चपेट में आने से उसके बांए हाथ में चोट आई है। वहीं स्थानीय लोगों ने बताया कि इस घटना में एक रिक्शा व एक स्कूटर चालक भी घायल हुआ है। दीवार गिरने की सूचना पर महकमा की आपदा प्रबंधन टीम व नगर निगम के अधिकारियों ने मौके पर पहुंच कर जेसीबी से दीवार के मलबे को हटाया। तब जाकर धीरे-धीरे पानी की निकालना शुरू हुआ। वार्ड नंबर चार निवासी अमल दे ने कहा कि नालों व ड्रेनेज व्यवस्था की दयनीय स्थिति की वजह से जल निकासी का बुरा हाल हुआ है।
उधर शहर के निचले इलाके संतोषी नगर, ट्यूमलपाड़ा, खालपाड़ा समेत अन्य इलाकों में रह रहे लोगों के घरों में पानी घुस गया है, जिससे काफी नुकसान हुआ है। बारिश से हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए विभिन्न पार्टियों के नेताओं ने भी प्रभावित इलाकों का दौरा किया है। दौरे के समय उन्हें स्थानीय लोगों ने विरोध का भी सामना करना पड़ा। स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि बर्दवान रोड पर किये जा रहे पथावरोध के दौरान पुलिस द्वारा लाठी चार्ज किया गया, जिसमें कई लोगों को चोटें आई हैं। हालांकि पुलिस ने लाठी चार्ज की बात से इंकार किया है। फिलहाल बारिश के दौरान किसी भी तरह की समस्या के समाधान के लिए प्रशासन ने हेल्प लाइन नंबर चालू किया है। लोग हेल्प लाइन नंबर 0353-2430800 पर किसी भी समय अपनी समस्या नोट करा सकते हैं।
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स्थिति पर नजर रखने का प्रशासन का दावा
सिलीगुड़ी: नगर निगम के सचिव सप्तर्षि नाग ने जल भराव से प्रभावित इलाकों का दौरा करने के बाद कहा कि वह बारिश से उत्पन्न हो रही परिस्थितियों पर नजर रखे हुए हैं। वहीं डिप्टी मजिस्ट्रेट व सिलीगुड़ी महकमा आपदा प्रबंधन के प्रभारी हिरक रॉय ने बताया कि बारिश से सिलीगुड़ी नगर निगम के वार्ड नंबर एक, चार, छह, 25,30,31 व 33 के इलाके प्रभावित हुए हैं। उन्होंने कहा कि वार्ड नंबर छह के नागरिकों ने बारिश की वजह से परेशानी झेलने की शिकायत की है। खराब ड्रेनेज व्यवस्था की जानकारी नगर निगम प्रशासन को दी गई है। बारिश से होने वाली किसी भी विकट स्थिति से निपटने के लिए आपदा प्रबंधन की सात सदस्यी टीम तैयार है। प्रशासन के तरफ से प्रभावित लोगों की सहायता के लिए राहत सामग्री भी तैयार रखी गई है।
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सिलीगुड़ी में हुई 160 मिलीमीटर बारिश
सिलीगुड़ी : नगर निगम व आसपास के इलाकों में पिछले 24 घंटे में 160 मिली मीटर बारिश दर्ज की गई है। यह जानकारी इंडियन मेट्रोलॉजिकल डिपार्टमेंट, सिलीगुड़ी ने दी है। वहीं कलिंपोंग में 104.2, जलपाईगुड़ी में 110.5 मिली मीटर बारिश दर्ज की गई है। इस सीजन की सबसे ज्यादा बारिश हांसीमारा में 264 मिली मीटर दर्ज की गई है। मौसम विभाग द्वारा अगले 24 घंटे में भी भारी बारिश होने का अनुमान लगाया गया है। इससे तीस्ता नदी का जलस्तर अपने उच्चतम स्तर पर जा सकता है। इधर सिंचाई विभाग द्वारा मिली जानकारी के अनुसार महानंदा नदी का जलस्तर 114.700 मीटर दर्ज किया गया है, जो खतरे के निशान से 115.975 से लगभग सौ मीटर कम है।
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विपक्ष ने सरकारी व्यवस्था पर उठाए सवाल
सिलीगुड़ी : मात्र 24 घंटे की बारिश से शहर व आसपास के इलाकों में अस्त व्यस्त हुए जनजीवन को आधार बना कर विपक्ष ने सरकारी व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। मंगलवार को नगर निगम के पूर्व चेयरमैन सह निर्वतमान पार्षद दिलीप सिंह ने कहा कि पिछले तीन माह से नगर निगम में दर्जनों बार वाममोर्चा के पार्षदों ने प्रशासन और सरकार का ध्यान जल निकासी की ओर दिलाया। हर बार देख रहे हैं का आश्वासन दिया गया। नगर निगम में इन दिनों सरकार के हाथ में है। यहां के मंत्री सिर्फ घोषणाएं करते है पर वास्तविकता से उनका दूर-दूर तक का कोई रिश्ता ही नहीं है। उन्होंने कहा कि सालूगाड़ा के कमलानगर का रास्ता इसी प्रकार बारिश रही तो पूरी तरह कट जाएगा। इसे बचाने के लिए कई माह से सिंचाई विभाग समेत नगर निगम और सरकार को कहा गया। इस ओर सरकार ने कभी ध्यान ही नहीं दिया। वार्ड 46 की पार्षद शिखा राय, वार्ड सात के पार्षद रामेश्वर गुप्ता तथा वार्ड 47 के पार्षद मुंशी नुरुल इस्लाम तथा वार्ड पांच के पार्षद अमरनाथ सिंह का कहना है कि जिस प्रकार जल जमाव की स्थिति ने शहर के लोगों को सड़क जाम करने पर मजबूर किया उसका स्थायी समाधान नहीं होगा तो आने वाले दिनों में लोगों का गुस्सा और तेज होगा। वार्ड पांच के ड्रेन सफाई के लिए बार-बार नगर निगम में हंगामा किया गया पर कोई सुनने वाला नहीं है। संतोषीनगर, गंगानगर और नूतनपाड़ा के विभिन्न इलाकों की स्थिति बद से बदतर हो चली है। लेबर नहीं देने से नालियों की सफाई तक नहीं हो पाती है। वार्ड आयुक्त अमरनाथ सिंह का कहना है कि पहली ही बारिश में एक दीवार गिरी है। जलपाइमोड़ पर गौशाला के जर्जर भवन की ओर लिखित आवेदन के बाद भी प्रशासन का ध्यान नहीं जा रहा है। इसी प्रकार से वारिश होती रही तो यह भवन कभी भी गिर जाएगा। इसके गिरने से सैकड़ों जानें जाएंगी। इसकी जिम्मेदारी भी सरकार को लेनी होगी। माकपा नेता जीवेश सरकार ने कहा कि जिस प्रकार काबाखाली समेत महकमा की सभी नदियों के किनारे बसे इलाकों के लोग भयाक्रांत हैं, उसके लिए सिर्फ और सिर्फ राज्य सरकार जिम्मेदार है।भारतीय जनता युवा मोर्चा के जिला अध्यक्ष वापी पाल ने कहा कि जल प्रभावित काबाखाली नौकाघाट के 150 परिवारों के बीच चूड़ा और गुड़ का वितरण किया गया है। चिंता इस बात की है कि जल जमाव से क्षेत्र को मुक्त नहीं किया गया तो यहां जानलेवा बीमारियां भी फैल सकती हैं।