सहकारिता समूह का घेराव कर किसानों ने किया प्रदर्शन
संवाद सहयोगी, बालुरघाट : धान बिक्री की राशि नहीं मिलने पर मंगलवार को किसानों ने बालुरघाट के एक सहकार
संवाद सहयोगी, बालुरघाट : धान बिक्री की राशि नहीं मिलने पर मंगलवार को किसानों ने बालुरघाट के एक सहकारिता समूह का घेराव कर विरोध प्रदर्शन किया। कई घंटो बाद पुलिस घटनास्थल पर पहुंचकर आंदोलनकारियों को समझा बुझाकर स्थिति को काबू में लाई। पिछले नौ दिन पहले बिक्री की गई धान की राशि खाते में आने वाली थी, लेकिन ये राशि नहीं मिलने पर किसानों ने विरोध प्रदर्शन किया। ज्ञातव्य है कि सरकारी सहायक मूल्य पर दो माह पहले दक्षिण दिनाजपुर जिला खाद्य विभाग किसानों से धान खरीदा। नोटबंदी के कारण धन खरीदने में देर होने से अधिकतर धान पहली ही बेच दिया गया। इस वजह से सरकारी तौर पर एक लाख 97 हजार मीट्रिक टन धान खरीदने का लक्ष्य को पूरा करने में जिला प्रशासन के पसीने छूटने लगे। अंत में राज्य सरकार के प्रतिनिधि व परिवहन सचिव आलापन बंदोपाध्याय ने जिला प्रशासन को लेकर कई बार बैठक कर कई निर्णय लिए। जिसमें निर्णय लिया गया कि धान खरीदने का लक्ष्य किसी भी तरह से पूरा करना होगा। इसके बाद अधिकारियों ने और भी जोर लगा दिया। इसके बाद जिला प्रशासन ने कुल 72 जगहों से धान खरीदना शुरू किया। इस काम में करीब 75 प्रशासनिक अधिकारी नियुक्त हुए। कुल 43 सोसाइटी व चार महिला को-ऑपरेटिव समितियां कैंप लगाकर आन लाइन प्रक्रिया के माध्यम से धान की खरीदारी शुरू की। इस महिला सहकारिता कैंप में गत 27 फरवरी को 25 किसानों ने धान की ब्रिकी शुरू की। आरोप है कि इन किसानों से 150 क्विंटल धान इसी दिन खरीदे जाने के बावजूद अबतक रुपये नहीं दिए गये। इसी वजह से मंगलवार सुबह को इन किसानों ने साहब कचहरी इलाके में महिला सहकारिता समिति व उसके महिला सचिव का घेराव कर विरोध प्रदर्शन शुरू किया। सूचना मिलने पर पुलिस घटनास्थल पर पहुंचकर स्थिति काबू में आई। पुलिस ने जल्द रुपये दिलाने का आश्वासन देकर पुलिस को हटाया। जिला खाद्य नियामक अमरेंद्र राय ने बताया कि चिंता का कोई कारण नहीं है किसानों उनके धान की बिक्री की राशि जल्द ही मिल जाएगी।