बालुरघाट में डेंगू का प्रकोप जारी
संवाद सहयोगी, बालुरघाट : दक्षिण दिनाजपुर जिले के बालुरघाट प्रखंड के पतिराम पाइक पाड़ा एवं शहर संलग्न
संवाद सहयोगी, बालुरघाट : दक्षिण दिनाजपुर जिले के बालुरघाट प्रखंड के पतिराम पाइक पाड़ा एवं शहर संलग्न डारकार महंतपाड़ा इकके में अज्ञात बुखार का प्रकोप जारी है। पिछले एक सप्ताह में दोनों इलाकों के चार लोगों की मौत से ग्रामीणों में दहशत फैल गया है। अज्ञात बुखार को लेकर पाइक पाड़ा एवं महंत पाड़ा में सैकड़ों लोगों का इलाज चल रहा है, जबकि एकमात्र जिला अस्पताल में शय्या की संख्या अपर्याप्त होने से समस्या सामने आई है। डेंगू पीड़ितों के साथ ही आम मरीजों को रखे जाने से रोष सामने आया है। साथ ही कुछ मरीजों को नीचे रखे जाने से भी रोष है। अस्पताल सूत्रों के मुताबिक वर्तमान में बालुरघाट जिला अस्पताल में बुखार पीड़ितों की संख्या 300 है। इनमें 40 के शरीर में डेंगू के जीवाणु मिले हैं। महिला व पुरुष दोनों विभागों में फर्श पर रखकर ही मरीजों का इलाज चल रहा है। पतिराम पाइक पाड़ा निवासी बुखार पीड़ित का परिजन अनूप माझी ने बताया कि इनके गांव में इस समय बुखार के मरीजों की संख्या 50 पार कर गई है। वार्ड के जहां-तहां मरीजों को रखा जा रहा है। डेंगू के मरीजों के साथ-साथ बुखार पीड़ितों को भी रखा गया है। इस वजह से गांव की तरह अस्पताल में भी अन्य मरीज दहशत में दिन काट रहे हैं। अनूप माझी ने बताया कि गांव में लगातार दस दिनों से अज्ञात बुखार फैलने के बावजूद यहां स्प्रे या जागरुकता का प्रचार नहीं किया जा रहा है। इधर, बालुरघाट शहर संलग्न डाकरा महंतपाड़ा में अज्ञात बुखार से 50 से भी अधिक लोग पीड़ित हैं। बालुरघाट जिला अस्पताल अधीक्षक तपन विश्वास ने बताया कि अस्पताल के केवल जनरल वार्ड में बेडों की संख्या करीब 80 है इनमें पुरुष वार्ड में 40 व महिला विभाग में 40 लोग भर्ती हैं, लेकिन विभिन्न भागों के 250 से अधिक लोग इस समय अस्पताल में भर्ती हैं। इसलिए सभी को बेड देना संभव नहीं हो रहा है। हालांकि बुखार से पीड़ित सभी डेंगू के मरीज नहीं हैं। पहला टेस्ट एनएस 1 पॉजीटिव होने पर डेंगू पीड़ित नहीं माना जाता है। द्वितीय टेस्ट आईजीएम पॉजीटिव होने पर डेंगू पीड़ित माना जाता है। इसे में रक्त की परीक्षा में 40 लोगों में डेंगू पॉजीटिव मिले हैं। स्थिति पर निगरानी रखते हुए विकल्प व्यवस्था की जा रही है। इसबीच ऑउटडोर पर बुखार व मरीजों के लिए एक और विशेष यूनिट खोलने की योजना स्वास्थ्य विभाग ने ली है। ज्ञात हो कि हिली केरामकृष्णपुर एवं बालुरघाट के चिंिगशपुर के बाद करीब दस दिनों से अज्ञात बुखार का प्रकोप बालुरघाट के बढ़ता जा रहा है। इधर, महंतपाड़ा में बुखार से पीड़ित होकर अस्पताल में भर्ती होने के बाद एक किसान व एक छात्र की मौत हो गई। इधर, स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि कमान से मच्छर मारने का काम शुरू किया गया है।