आजादी के सात दशक बाद भी इस गांव में नहीं पहुंची सड़क
आजादी के सात दशक बाद भी नौगांव प्रखंड के थली गांव के ग्रामीण सड़क की बाट जोह रहे हैं। सड़क सुविधा नहीं होने से ग्रामीण करीब 10 किमी दूर पैदल आवाजाही करने को मजबूर हैं।
उत्तरकाशी, [तिलक चंद रमोला]: आजादी के सात दशक बाद भी नौगांव प्रखंड के थली गांव के ग्रामीण सड़क की बाट जोह रहे हैं। सड़क सुविधा नहीं होने से ग्रामीण करीब 10 किमी दूर पैदल आवाजाही करने को मजबूर हैं।
वर्ष 2014-15 में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना और ग्रामीण अभियंत्रण विभाग को शासन की ओर से सड़क निर्माण के लिए धनराशि स्वीकृत की गई थी, पर उसके बाद भी सड़क निर्माण का कार्य अधर में है। सड़क सुविधा नहीं होने से पिछले तीन साल में 15 परिवारों ने गांव से पलायन कर दिया है।
पुरोला रोड से थली गांव के लिए निस्तु पुल तक प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत साढ़े दस किमी सड़क और ग्रामीण अभियंत्रण विभाग के ओर से निस्तु पुल से थली मोटरमार्ग नाम से 13 सौ मीटर सड़क स्वीकृत है। शासन से विभाग को इसके लिए 1.25 करोड़ धनराशि स्वीकृत हो चुकी है।
स्वीकृति को तीन साल हो गए हैं, लेकिन अभी तक मार्ग का निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पाया। थली गांव प्रधान सुशीला देवी ने बताया कि वर्तमान में गांव में 85 परिवार रहते हैं, जिनकी जनसंख्या एक हजार से अधिक है। 15 परिवार नौगांव में पलायन कर चुके हैं।
उन्होंने बताया कि निस्तु पुल से थली सड़क मार्ग पर बनने वाली सड़क के कमान क्षेत्र में कोई वन वृक्ष नहीं है। उसके बावजूद भी संबधित विभाग वन अधिनियम का बहाना बनाकर सड़क निर्माण नहीं कर रहा है। सामाजिक कार्यकर्ता बुद्धि सिंह राणा बताते हैं पुरोला मार्ग से निस्तु पुल तक सड़क का निर्माण कार्य पीएमजीएसवाई के पास है।
गांव की महिलाएं सावित्री देवी, जलमा देवी, विशुला देवी, जसोदा देवी ने बताया कि कई बार सड़क सुविधा के अभाव में प्रसव के समय महिलाओं की समस्या अधिक बढ़ जाती है, लेकिन उसके बावजूद भी विभाग कुंभकरण की नींद सो रहे हैं। वहीं गांव के 70 वर्षीय बुजुर्ग खतड़ सिंह ने कहा कि सड़क के इंतजार में उनकी पूरी उम्र गुजर गई है, लेकिन अभी तक गांव में सड़क नहीं बनी है।
प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के अधिशासी अभियंता शिव नारायण सिंह के मुताबिक पुरोला रोड से लेकर निस्तु पुल तक साढ़े दस किलोमीटर सड़क की फाइल वन अधिनियम के कारण अटकी हुई है। इसकी स्वीकृति मिलते ही शीघ्र आगे की कार्यवाही की जाएगी।
यह भी पढ़ें: बदरीनाथ के पास हाथीपहाड़ पर जाम से यात्रियों की फजीहत
यह भी पढ़ें: विश्व प्रसिद्ध फूलों की घाटी के लिए रास्ता बनाने का काम शुरू
यह भी पढ़ें: चीन सीमा की ज्ञानिमा मंडी के करीब पहुंचा भारत, सड़क तैयार