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बारिश और बीमारी ने फेरा किसानों की मेहनत पर पानी

संवाद सूत्र, पुरोला: रामा-कमल ¨सराई क्षेत्र के सैकड़ों किसानों की रोजी-रोटी और आर्थिकी का मजबूत जरि

By JagranEdited By: Published: Mon, 24 Jul 2017 07:05 PM (IST)Updated: Mon, 24 Jul 2017 07:05 PM (IST)
बारिश और बीमारी ने फेरा किसानों की मेहनत पर पानी
बारिश और बीमारी ने फेरा किसानों की मेहनत पर पानी

संवाद सूत्र, पुरोला: रामा-कमल ¨सराई क्षेत्र के सैकड़ों किसानों की रोजी-रोटी और आर्थिकी का मजबूत जरिया टमाटर की फसल अज्ञात बीमारी और बारिश की भेंट चढ़ गई है। बारिश और बीमारी से किसानों की 80 फीसद फसल नष्ट हो गई है। बर्बाद फसल से किसान अपनी तीन महीने की मेहनत जगह-जगह फेंकने का मजबूर है।

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रामा और कमल ¨सराई क्षेत्र के खलाडी, पुरोला, चपटाडी, पुजेली, नेत्री, स्पील, ठडूंग, हुडोली, दणमाणा,चंदली, कुमोला, देवदूंग, कोटी, सुनाली, सुकडाला, कुमारकोट, भद्राली सहित दर्जनों गांवों में सैकड़ों हेक्टेयर उगाई गई टमाटर की फसल बर्बाद होने से किसानों के सामने रोजी- रोटी को लेकर संकट मंडराने लगा है। नकदी फसल टमाटर के भरोसे वर्ष भर का खर्चा चलाने और बीज खाद, दवा का पैसा जुटाने को बैंकों से लिया कृषि ऋण भुगतान भी किसानों के सामने अब सबसे बड़ी मुसीबत हो गई है। प्रगतिशील किसान युद्धवीर ¨सह रावत, श्यालिकराम नौटियाल ने बताया कि फसल सोलेने¨सयस समूह टमाटर, मिर्च और बैंगन के पौधों पर अधिक बारिश से उगेती, झुलसा रोग, फल भेदन सुंडी, उखटा, गलन, अंगसरी रोगों का प्रकोप होता है। किसानों ने इसके रोकथाम के लिये पौधों की कटाई, छंटाई और इंडोक्जाकार्प, फीरामोनट्रेप, ऑक्सीक्लोराइड दवाओं का छिड़काव करते हैं, लेकिन अधिक बारिश से इन पर दवा का कोई असर नहीं होता है।


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