चार दिन बाद खुला गंगोत्री हाइवे, सैंकड़ों कांवड़ियों ने ली राहत की सांस
चार दिन की लंबी जद्दोजहद के बाद बीआरओ की टीम ने गंगोत्री हाइवे खोल दिया है। हालांकि रुक-रुककर हो रही बारिश कभी भी मुश्किल बढ़ा सकती है।
उत्तरकाशी, [जेएनएन]: उत्तराखंड में मौसम फिलहाल राहत देता प्रतीत नहीं हो रहा है। हालांकि कड़ी मशक्कत के बाद सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के जवानों ने गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग से मलबा हटाकर चार दिन बाद यातायात बहाल कर दिया।
लेकिन जिस तरह से रुक-रुक कर बारिश का दौर जारी है उससे आशंका बढ़ गई है कि मार्ग पर कभी भी मलबा आ सकता है। इस बीच यहां फंसे डाक कांवडिय़ों के 80 वाहन अपने गंतव्य को रवाना हो गए।
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दिनभर रुक-रुक कर बारिश होती रही। सकून यह रहा कि अभी तक कहीं से किसी तरह के नुकसान की सूचना नहीं है। चमोली में बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग जोशीमठ के पास मलबा आने से बंद था। यहां बीस मीटर हाईवे मलबे से पट गया। बीआरओ के जवानों ने इस हिस्से पर वैकल्पिक मार्ग तैयार कर दोपहर बाद डेढ़ बजे यातायात बहाल कर दिया। इसके अलावा केदारनाथ और यमुनोत्री मार्ग सुचारु हैं।
कुमाऊं में बीती रात से लेकर आज सुबह तक झमाझम बारिश होती रही। इसकी वजह से अल्मोड़ा-हल्द्वानी हाईवे पर कई स्थानों पर भूस्खलन भी हुआ है। इसकी वजह से कई घंटे तक यातायात भी ठप रहा।
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कुमाऊं के कुछ इलाकों में भारी वर्षा की आशंका
राज्य मौसम केंद्र ने अगले 24 घंटे में कुमाऊं के अल्मोड़ा, चंपावत और नैनीताल जिलों में भारी वर्षा की आशंका जताई है। इसके अलावा राज्य में हल्की से मध्यम वर्षा के आसार हैं। मौसम के पूर्वानुमान को देखते हुए शासन ने सभी जिलाधिकारियों को सतर्क रहने के निर्देश दिया है।
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