नहीं हुई शव की पहचान, आर्ट टीचर के भाई का इंतजार
जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी : दिल्ली से चित्रकार मित्र अभिजीत पॉल के साथ चकराता घूमने आई फाइन आर्ट टी
जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी : दिल्ली से चित्रकार मित्र अभिजीत पॉल के साथ चकराता घूमने आई फाइन आर्ट टीचर के शव की शिनाख्त को लेकर अब भी स्थिति स्पष्ट नहीं हो पाई है। आर्ट टीचर का भाई शुक्रवार को भी उत्तरकाशी नहीं पहुंच पाया जिस कारण शव की पहचान नहीं की जा सकी।
मूल रूप से पश्चिम बंगाल निवासी चित्रकार अभिजीत अपनी फाइन आर्ट टीचर मित्र के साथ चकराता घूमने आए थे। यहां 23 अक्टूबर को टैक्सी चालक और उसके तीन साथियों ने अभिजीत पॉल का कत्ल कर दिया था। आर्ट टीचर के साथ आरोपियों ने दुष्कर्म की बात स्वीकारी। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ हत्या, साक्ष्य छिपाने व दुष्कर्म सहित अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है।
बताते चलें कि 30 अक्टूबर को पुरोला में लावारिस मिले शव की पहचान अभिजीत पॉल के रूप में हो चुकी है। गुरुवार को डामटा के पास पुलिस व एसडीआरएफ की टीम को एक युवती का शव यमुना नदी में मिला था। पुलिस शव को लापता फाइन आर्ट टीचर का बता रही है। पर फाइन आर्ट टीचर की चचेरी बहन शव की शिनाख्त नहीं कर पाई। हालांकि पुलिस का दावा है कि शव फाइन आर्ट टीचर का ही है। शुक्रवार को पूरे दिन पुलिस फाइन आर्ट टीचर के भाई का इंतजार करती रही। ताकि वह शव की पहचान कर सके। पर देर शाम तक आर्ट टीचर का भाई उत्तरकाशी नहीं पहुंच सका था। एसपी जगतराम जोशी ने बताया कि अगर मृतका का भाई भी उसकी शिनाख्त नहीं कर पाया तो डीएनए परीक्षण किया जाएगा।