टमाटर पर झुलसा रोग की मार
संवाद सूत्र, नौगांव : मौसम में हो रहे बदलाव के चलते काश्तकारों व बागवानों की मुश्किलों को बढ़ा दिया
संवाद सूत्र, नौगांव : मौसम में हो रहे बदलाव के चलते काश्तकारों व बागवानों की मुश्किलों को बढ़ा दिया है। अतिवृष्टि व ओलावृष्टि से भी किसानों की फसल बर्बाद हो चुकी है। अब मौसम की मार यमुना घाटी में टमाटर की फसल पर पड़ रही है। टमाटर की फसल पर झुलसा रोग लग गया है। इससे टमाटर के पौधे सूख रहे हैं।
नौगांव ब्लॉक के कोटियाल
गांव के जटा, सुनारा के विनगदेरा, नौगांव, मंजियाली समेत कई गांवों में टमाटर की अच्छी पैदावार होती है। इन गांव से टमाटर की सप्लाई विकासनगर की मंडियों में किया जाता है। लेकिन इस बार मौसम की मार से काश्तकारों के चेहरों से रौनक गायब है। यहां टमाटर की फसल रोग की चपेट में आ गई है। जिससे फसल की पैदावार होने की उम्मीद बहुत ही कम है। आम तौर पर जून के दूसरे सप्ताह से टमाटर सीजन शुरू हो जाता है, लेकिन इस बार मौसम के लगातार उतार चढ़ाव के चलते इसमें कुछ देरी भी हो रही है।
नौगांव के पूर्व प्रधान विजय बंधानी, बृजमोहन ¨सह, अमित बिजल्वाण, महेश नौटियाल, नवीन, रामभरोसे, वेद प्रकाश, जमुना प्रसाद आदि बताया कि उनकी जटा नामक तोक में खड़ी टमाटर की अधिकांश फसल सूख रही है। कीटनाशक दवाई के छिड़काव के बाद भी रोग पर कोई प्रभाव नहीं पड़ रहा है। वहीं, सुनारा गांव के जयेंद्र ¨सह असवाल, बलवीर ¨सह, धीरपाल ¨सह, लक्ष्मण रमोला आदि कि टमाटर की फसल भी झुलसा रोग लगने से भारी नुकसान हुआ है। उद्यान सचल दल प्रभारी भूपेंद्र चौहान ने बताया कि डामटा क्षेत्र में झुलसा रोग से टमाटर की फसल सूखने की सूचना मिली। इस रोग के बचाव के लिए काश्तकारों को कॉपर ऑक्सी कॉलोराइड (सीओसी) के छिड़काव करने के लिए कहा गया है। यह रोग गर्म मौसम में भारी ओलावृष्टि से होता है। ओलावृष्टि से गर्म मौसम एकदम ठंडा हो जाता है। इस रोग की रोकथाम बड़े स्तर पर करने के लिए कृषि वैज्ञानिकों को पत्र लिखा जा रहा है।