तकनीकी शिक्षा के साथ रंगमंच सीखना जरूरी
नौगांव : यमुना वैली पब्लिक स्कूल नौगांव में सात दिवसीय रंगमंच कार्यशाला के दूसरे दिन संस्कृत आचार्य
नौगांव : यमुना वैली पब्लिक स्कूल नौगांव में सात दिवसीय रंगमंच कार्यशाला के दूसरे दिन संस्कृत आचार्य पं. राजेन्द्र प्रसाद सेमवाल ने कहा कि आज तकनीकी शिक्षा के साथ-साथ अभिनय जरूरी है। इस तरह की कार्यशालाओं से बच्चों को रंगमंच की जानकारियां मिल सकेंगी। कहा कि नई पद्धति को सीखने और सिखाने लिए प्रयोग होने जरूरी हैं। जिसका एकमात्र सरल माध्यम रंगमंच है। उन्होंने स्कूली छात्रों को योगाभ्यास के साथ बारीकियों की जानकारी दी। कार्यशाला के रंगकर्मी प्रेम पंचोली ने बच्चों के साथ करके सीखना जैसी गतिविधियों को खेल के माध्यम से बच्चों के साथ साझा किया। कार्यशाला में मौजूद 150 छात्रों को रंगमंच के अनुभवों को बताया। इस मौके पर विद्यालय निदेशक शशी मोहन ने कहा कि आने वाले समय में विद्यालय में अध्ययनरत बच्चों के किताब के बोझ को कम कर उन्हें करके सीखना जैसी पद्धति के माध्यम से आगे बढ़ाया जाएगा। विद्यालय प्रधानाचार्य सीमा रावत ने कहा कि इस प्रकार की कार्यशालाओं के माध्यम से बच्चों का सर्वागीण विकास होता है। यह पद्धति छात्रों के लिए लाभकारी साबित हो रही है। इस मौके पर पीटीए अध्यक्ष भजन ¨सह पंवार, प्रदीप नौटियाल, कविता बिजल्वाण, आशा, कुसुम, शरत ¨सह आदि अध्यापक भी मौजूद थे।