भागीरथी में उडेला जा रहा मलबा
जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी : गंगा की स्वच्छता को लेकर तमाम तरह के दावे किए जा रहे हैं, लेकिन सरकारी
जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी : गंगा की स्वच्छता को लेकर तमाम तरह के दावे किए जा रहे हैं, लेकिन सरकारी तंत्र की लापरवाही उनकी हवा निकाल रही है। डुंडा और चिन्यालीसौड़ के बीच सड़क निर्माण व चौड़ीकरण का मलबा सीधे भागीरथी में डंप किया जा रहा है जिससे आने वाले समय में बाढ़ वाली स्थिति भी पैदा हो सकती है।
सरकार गंगा को स्वच्छ व निर्मल बनाने को करोड़ों रुपये खर्च कर रही है। गंगा में कपड़े धोने से लेकर तमाम तरह की पाबंदियां लगाई जा रही हैं, लेकिन गंगा के मायके उत्तरकाशी में ही प्रशासन की सरपरस्ती में अभियान तार-तार हो रहा है।
धरसू-जसपुर मोटरमार्ग का इन दिनों निर्माण चल रहा है। कार्यदायी संस्था लोनिवि चिन्यालीसौड़ सड़क के पूरे मलबे को भागीरथी में उड़ेल रहा है। इससे गंगा का प्राकृतिक प्रवाह पथ संकरा होकर मलबे से पट गया है। सड़क और नदी के बीच से लगी बेशकीमती वन संपदा भी तहस-नहस हो रही है। सीधे भगीरथी में उडेले जा रहे मलबे व बोल्डरों से बरसात में नदी का वेग विकराल हो जाएगा। इससे पेड़-पौधे वनस्पतियां तो इससे नष्ट हो ही रही हैं, साथ ही सूक्ष्म जलीय जीव भी संकट में आ सकते हैं लेकिन वन विभाग और प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारियों ने इस मामले में अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की है।
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धरासू जसपुर मोटर मार्ग का करीब डेढ़ किलोमीटर का हिस्सा वन भूमि में है। जहां सड़क की क¨टग की जा रही है, वहां से मलबा दूसरे स्थान पर ले जाना संभव नहीं है। फिर भी कोशिश की जा रही है कि मलबा नदी में कम से कम गिरे।
डीके बिष्ट, अधिशासी अभियंता, चिन्यालीसौड़
डुंडा व चिन्यालीसौड़ के बीच सड़क निर्माण का मलबा भागीरथी में गिरने की सूचना मिली है। इसके लिए रेंज अधिकारी को निर्देश दिए गए हैं तथा कार्रवाई करने के लिए कहा गया है। इस मामले को वे स्वयं देख रहे हैं।
-संदीप कुमार, डीएफओ उत्तरकाशी वन प्रभाग