पत्तिया पूज कर की लंबी उम्र, खुशहाली की कामना
संवाद सूत्र, नौगांव : परिवार के सदस्यों, रिश्तेदारों की लंबी उम्र व भाइयों की खुशहाली को लेकर यमुना
संवाद सूत्र, नौगांव : परिवार के सदस्यों, रिश्तेदारों की लंबी उम्र व भाइयों की खुशहाली को लेकर यमुना घाटी में पाती (अनाज और घास की पत्ती)पूजन का त्योहार संपन्न हो हुआ। बीते शनिवार को यह त्योहार यमुना घाटी 30 से अधिक गांव में विधिवत रूप से मनाया गया।
विशेष रूप से भादों (भाद्रपद) माह में आयोजित होने वाले पाती त्योहार के लिए सामूहिक रूप से अनाज, झंगोरा, कौंणी, छामरा, अर्जुन घास की लंबी पत्तियों को लाया गया। यमुना घाटी के सभी गांव में सार्वजनिक स्थानों में पत्तियों को खड़ा किया। गांव की महिलाओं ने व्रत रख कर शाम को इसकी पूजा की। पाती त्योहार में पूजन के लिए सरसों, गेहूं, सोयाबीन को तीन दिन पहले भिगो कर रखा जाता है। महिलाओं ने पूजा के दौरान भिगोये हुई सरसों, गेहूं, सोयाबीन के दानों को घास के खड़े गट्ठे पर फेंक कर पूजा की। फिर घास के गट्ठे की चोटी वाले हिस्से को खोल कर सभी की लंबी उम्र व भाइयों की खुशहाली की कामना की गई। इस दौरान भादों माह में तैयार नई फसलों चीणा, कौणी के अखरोट, सेब, केला, मक्की आदि को सामूहिक रूप से पाती पूजा में चढ़ाया गया। पूजा स्थल से घर जाते समय महिलाओं ने Þगंगा की गारी, आसमान की तारी, जब तब छोणूव, बिराऊ की ¨सग न जमी, तब तक तेरी मेरी बारी' गीत गाया। रात को सभी सामूहिक स्थान पर आकर रंवाई के तांदी, हारोल व रासों नृत्य की आकर्षक प्रस्तुति दी। गांव के हुकम ¨सह रावत, बालम ¨सह रावत, अतर ¨सह रावत, सबल ¨सह रावत, भरत ¨सह, अतरी देवी, ठकुरी देवी, पानो देवी, टीकम देवी, ¨पगला देवी ने बताया कि यह त्योहार विशेष रूप से सभी की लंबी उम्र के साथ भाइयों की खुशहाली के लिए यह त्योहार मनाया जाता है।