सड़क बंद होने से खाद्यान्न का संकट
जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी : चिन्यालीसौड़ ब्लाक के नेरी गांव के पास धरासू-जोगत मोटर मार्ग पर भूस्खलन
जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी : चिन्यालीसौड़ ब्लाक के नेरी गांव के पास धरासू-जोगत मोटर मार्ग पर भूस्खलन जारी है। रविवार सुबह भी पहाड़ी से भारी भूस्खलन से यह मार्ग 50 मीटर दब गया। मोटर मार्ग बाधित होने से चिन्यालीसौड़ ब्लाक की दिचली व गमरी पट्टी के 40 गांवों का सम्पर्क कट गया। यही नहीं, 55 परिवारों वाले नेरी गांव को भी इस भूस्खलन से खतरा बना हुआ है।
धरासू जोगत मोटर मार्ग चिन्यालीसौड़ ब्लाक के दिचली व गमरी पट्टी के 40 गांवों को जोड़ता है। इन गांवों की आबादी 50 हजार के करीब है। लेकिन इस मोटर मार्ग पर धरासू पावर हाउस के निकट नेरी गांव के नीचे से लगातार भूस्खलन होता जा रहा है। 2013 में सबसे पहले भूस्खलन की शुरुआत हुई थी। दिनों-दिन भूस्खलन बढ़ता ही जा रहा है। रविवार सुबह बिना बारिश सड़क का 50 मीटर हिस्सा भूस्खलन की जद में आ गया। इस मार्ग के बंद होने से 40 गांवों की 50 हजार की आबादी का सम्पर्क तहसील, ब्लाक मुख्यालय से कट गया। सड़क बंद होने से गांवों में रसोई गैस, खाद्यान्न के वाहन नहीं जा पा रहे हैं। साथ ही ग्रामीणों को 7 से 10 किलोमीटर की पैदल दूरी नापनी पड़ रही है।
नेरी गांव को भी खतरा
चिन्यालीसौड़ ब्लाक मुख्यालय से दस किलोमीटर की दूरी पर स्थित नेरी गांव में करीब 55 परिवार रहते हैं। इन परिवारों की पिछले 15 दिनों से नींद उड़ी हुई है। इसका कारण यह है कि गांव के नीचे से धरासू-जोगत सड़क पर लगातार भूस्खलन हो रहा है। नेरी गांव के प्रधान जयमाला देवी, विजयपाल परमार, बुद्धि ¨सह रावत, किशन ¨सह रावत, हरीश थपलियाल ने कहा कि जोगत मोटर मार्ग पर नेरी के पास भूस्खलन का क्षेत्र बढ़ता जा रहा है। ग्रामीणों के खेत तथा गोचारन भूस्खलन की जद में आ चुके हैं। अब गांव के निकट भी कई स्थानों पर दरारें पड़ गई हैं।