पुलों के निर्माण की रफ्तार बढ़ाने के निर्देश
जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी : बीआरओ के महानिदेशक ले. जनरल सुरेश शर्मा भारत-चीन सीमा पर चल रहे सड़कों व
जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी : बीआरओ के महानिदेशक ले. जनरल सुरेश शर्मा भारत-चीन सीमा पर चल रहे सड़कों व पुलों के निर्माण की प्रगति देखने दो दिवसीय भ्रमण पर उत्तरकाशी आए। उन्होंने उत्तरकाशी सहित सीमा की सड़कों का निरीक्षण कर बीआरओ के अधिकारियों को सीमा पर बन रहे सभी छह पुलों के निर्माण में तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सीमा पर बनाई गई सड़क का लाभ सही मायनों में तभी मिल पाएगा जब पुलों का निर्माण भी पूरा हो जाएगा।
सीमा सड़क संगठन के महानिदेशक ले. जनरल सुरेश शर्मा ने सर्वप्रथम उत्तरकाशी से लेकर भैरवघाटी तक सड़क की स्थिति का जायजा लिया। इसके बाद भैरवघाटी से लेकर नेलांग, नागा, सोनम, जादूंग तथा नीलापानी की सेना की चौकियों तक पहुंची सड़क का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने बीआरओ के अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिन स्थानों पर सड़क संकरी है, वहां उसे चौड़ा करें। साथ ही भैरव घाटी से लेकर सोनम तक बन रहे छह पुलों के निर्माण में तेजी लाएं। इस मौके पर ले. जनरल सुरेश शर्मा ने कोल्ड मिक्स व पुलों के निर्माण में लगे श्रमिकों तथा बीआरओ के जवानों को प्रोत्साहित किया। श्रमिकों को गिफ्ट भी बांटे तथा बेहतर ढंग से काम करने के लिए प्रेरित किया। इस मौके पर बीआरओ के कमांडर एससी लूनिया ने बताया कि दिसंबर 2016 तक दो पुल तैयार हो जाएंगे। 2018 तक हर हाल में सभी पुल तैयार होंगे। इस मौके पर उन्होंने ले. जनरल को कोल्ड मिक्स तकनीकी से पक्की की जा रही सीमा की सड़क के बारे में जानकारी दी।
उत्तरकाशी पहुंचने पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए ले. जनरल सुरेश शर्मा ने कहा कि इस क्षेत्र की सड़कों की गुणवत्ता काफी निम्न है। जब गंगोत्री हाईवे का डबल लेन का कार्य पूरा हो जाएगा तो सड़कों की स्थिति में सुधार हो पाएगा। गंगोत्री हाईवे का कुछ स्थानों का कार्य एक प्राइवेट एजेंसी को देने के सवाल पर ले. जनरल ने कहा कि जो सड़क दूसरी निर्माणदायी संस्था को हस्तांतरित कर दी जाती है, तो उस स्थिति में सीमा सड़क संगठन सभी आधारभूत संरचनाएं वहां से हटा लेता है। इस मौके पर कमान अधिकारी एस बैनर्जी सहित बीआरओ के कई अधिकारी मौजूद थे।