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श्रीधान विधि से कम मेहनत में दोगुनी उपज

संवाद सहयोगी, उत्तरकाशी : धान की अधिक उपज के लिए रेणुका समिति मातली ने कृषि विभाग के सहयोग से खेतों

By Edited By: Published: Tue, 28 Jun 2016 06:45 PM (IST)Updated: Tue, 28 Jun 2016 06:45 PM (IST)
श्रीधान विधि से कम मेहनत में दोगुनी उपज

संवाद सहयोगी, उत्तरकाशी : धान की अधिक उपज के लिए रेणुका समिति मातली ने कृषि विभाग के सहयोग से खेतों में श्रीधान (सिस्टम ऑफ राइस इंटेंसीफिकेशन) विधि से धान का रोपण कराया। श्रीधान विधि से रोपण करने में कम पानी तथा कम मेहनत से दोगुना उत्पादन होता है।

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रेणुका समिति ने मंगलवार को भटवाड़ी ब्लाक के अंतर्गत बसुंगा में किसानों को धान की रोपाई के लिए श्रीधान विधि की तकनीकी की जानकारी दी तथा धान का श्रीधान विधि से रोपण कराया। रेणुका समिति के अध्यक्ष संदीप उनियाल का कहना है कि श्रीधान विधि से कम पानी, कम मेहनत से धान का दोगुना उत्पादन होता है। वह किसानों को इस विधि से धान की रोपाई के लिए प्रेरित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि किसानों को इसके लिए प्रशिक्षित भी किया जा रहा है तथा समय-समय पर फसल बीमा से भी जोड़ा जा रहा है। मास्टर ट्रेनर मंजू नौटियाल व सविता सेमवाल ने किसानों को श्रीधान विधि का खेतों में रोपाई का प्रशिक्षण दिया। इस मौके पर कृषि विभाग के यशपाल ¨सह राणा, मोहम्मद यासीन खान, रामलला, निरंजन आदि उपस्थित थे।


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