पुल बनने से पांच गांवों को मिली राहत
जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी: गंगनानी के पास झूला पुल बनने से ढकराल पट्टी के छह गांवों को राहत मिली है
जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी: गंगनानी के पास झूला पुल बनने से ढकराल पट्टी के छह गांवों को राहत मिली है। 2013 में पुल बहने के बाद से क्षेत्रवासी ट्रॉली के सहारे यमुना नदी को पार कर रहे थे।
वर्ष 2013 की बाढ़ से यमुना घाटी में गंगनानी, खरादी, बाड़िया में तीन पुल बहे थे। जिससे ग्रामीणों का संपर्क बड़कोट से कट गया था। प्रशासन ने इन स्थानों पर ट्रॉली लगाई, तब से ग्रामीण ट्रॉली के सहारे ही यमुना नदी को पार कर रहे थे। गंगनानी व बाड़िया में पुल निर्माण की जिम्मेदारी एनबीसीसी को दी थी। जबकि खरादी के पुल निर्माण की जिम्मेदारी वन विभाग को दी गई थी। तीन साल बाद एनबीसीसी ने गंगनानी के रवाड़ा में पुल का निर्माण कर दिया है। जबकि बाड़िया का पुल अभी अधूरा है। खरादी में बनने वाले पुल के लिए अभी धनराशि नहीं मिल पाई है। गंगनानी के पास रवाड़ा में बने पुल से ढकराल पट्टी के थान, नंगाण गांव, मशाल गांव, खांड, गौल, फुलधार गांव की 35 सौ की आबादी को लाभ मिलेगा। सौ मीटर लंबे स्पान के इस झुला पुल के निर्माण पर साढ़े पांच करोड़ की धनराशि खर्च हुई है। पुल के निर्माण होने से आधा दर्जन गांवों को इसका लाभ मिलने लगा है। एनबीसीसी के परियोजना प्रबंधक नवल किशोर ने बताया कि उत्तरकाशी अठाली के बाद यमुना घाटी में गंगनानी रवाड़ा के पास झूला पुल तैयार हो चुका है। इन पुलों में आवागमन भी शुरू कर दिया गया है।
आपदा से थान, गंगाण गांव सहित कई गांवों का सड़क मार्ग से संपर्क कट गया था, लेकिन अब गंगनानी रवाड़ा के पास झूला पुल बन गया है। इससे लोगों को काफी लाभ होगा। अन्य पुलों का निर्माण कार्य भी तेजी से किय रहा है।
-प्रीतम पंवार, शहरी विकास मंत्री व विधायक यमुनोत्री