निगरानी कमेटी का गठन न होने से व्यापारी आक्रोशित
जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी: वरुणावत के ट्रीटमेंट के बाद गठित होने वाली निगरानी कमेटी का गठन आज तक न
जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी: वरुणावत के ट्रीटमेंट के बाद गठित होने वाली निगरानी कमेटी का गठन आज तक न होने पर व्यापारियों में रोष है। व्यापारियों ने डीएम को ज्ञापन देकर कहा कि अगर जल्दी ही निगरानी कमेटी का गठन तथा वरुणावत का सही ट्रीटमेंट नहीं हुआ तो उन्हें आंदोलन के लिए विवश होना पड़ेगा।
जिला उद्योग व्यापार प्रतिनिधिमंडल के पदाधिकारियों ने कहा कि वर्ष 2003 में वरुणावत के उपचार में करोड़ों रुपये की धनराशि खर्च हुई थी, लेकिन उसका सही उपचार नहीं हो पाया। इससे वरुणावत की तलहटी पर बसे उत्तरकाशी की आबादी को फिर से खतरा पैदा हो गया है। व्यापारियों ने कहा कि वरुणावत के ट्रीटमेंट के बाद इसकी देखदेख के लिए निगरानी कमेटी बननी थी लेकिन, कमेटी के न बनने के कारण वरुणावत की पिछले दस सालों में किसी ने सुध नहीं ली है। व्यापारियों ने कहा कि अगर जल्दी ही निगरानी कमेटी का गठन तथा ट्रीटमेंट का कार्य सही ढंग से नहीं कराया जाता है तो व्यापारी आंदोलन के लिए विवश होंगे। ज्ञापन देने वालों में सुभाष बडोनी, उपेन्द्र सजवाण, गिरीश चंद रमोला, ओम प्रकाश, महेश पंवार, गोपाल ¨सह राणा आदि शामिल थे।