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एनबीसीसी की मनमानी, आम लोगों पर भारी

संवाद सहयोगी, उत्तरकाशी: उत्तरकाशी को जोशियाड़ा से जोड़ने वाले झूला पुल का निर्माण कार्य बीते महीने भर

By Edited By: Published: Sun, 03 May 2015 06:59 PM (IST)Updated: Mon, 04 May 2015 04:30 AM (IST)
एनबीसीसी की मनमानी, आम लोगों पर भारी

संवाद सहयोगी, उत्तरकाशी: उत्तरकाशी को जोशियाड़ा से जोड़ने वाले झूला पुल का निर्माण कार्य बीते महीने भर से बंद पड़ा है। कंपनी की मनमानी के चलते नगर क्षेत्र को निकटवर्ती जोशियाड़ा से जोड़ने वाला झूला पुल पर आवाजाही का सपना पूरा होता नहीं दिख रहा। पुल का तय समय पर बन पाना नामुमकिन लग रहा है।

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उत्तरकाशी नगर क्षेत्र को निकटवर्ती जोशियाड़ा से जोड़ने वाला झूला पुल अगस्त 2012 की भीषण बाढ़ में बह गया था। इसके चलते जोशियाड़ा की पाच हजार से भी ज्यादा आबादी का महज पाच सौ मीटर दूर जिला मुख्यालय तक पहुंचना बेहद मुश्किल हो गया था। विकास भवन समेत कई सरकारी कार्यालयों तक पहुंचने के रास्ते भी बंद हो गए थे। 2013 में जिले के अन्य पुलों के साथ ही जोशियाड़ा उत्तरकाशी झूला पुल का निर्माण का जिम्मा नेशनल बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन कंपनी को दिया गया। छह करोड़ की लागत से बनने वाले इस पुल का निर्माण कागजी तौर पर 2015 जून तक होना था। लेकिन, कंपनी ने देर से निर्माण शुरू होने के कारण अक्टूबर महीने तक पुल का निर्माण पूरा होने की बात कही। लेकिन, कंपनी का यह पूरा होता नहीं दिख रहा। पुल के निर्माण का काम निर्माणदायी एजेंसी ने बीते महीनेभर से बंद कर रखा है। फिलहाल पुल के निर्माण के नाम पर जोशियाड़ा की ओर से अधूरा अबेडमेंट ही तैयार हो सका है। जिला मुख्यालय में जिला प्रशासन की नाक के नीचे ही कंपनी की मनमानी चल रही है। 2014 के शुरूआत में शुरू हुए पुल निर्माण का कार्य दस फीसद ही पूरा हो सका है।

तो प्रशासन को भी नहीं देती तवज्जो

एनबीसीसी जिला प्रशासन को भी खास तवज्जो नहीं देती। पुल निर्माण का काम बंद करने का कारण कंपनी ने ड्राइंग में थोड़े सुधार की जरूरत को बताया। प्रशासन ने कंपनी को कुछ दिन की मोहलत दी, लेकिन कंपनी कोई जवाब नहीं दे रही। कंपनी का यह रवैया प्रशासन के गले भी नहीं उतर रहा। कई बार सूचना मांगने के बावजूद कंपनी की ओर से न तो सूचना दी गई न हीं निर्माण कार्य शुरू करने की कार्रवाई की गई।

'कंपनी ने जो कारण बताए थे उन पर जवाब मांगा गया। लेकिन कंपनी की ओर से न तो जवाब दिया जा रहा है न ही अवरोध पैदा कर रहे कार्यो को हटाने के प्रयास होते दिख रहे। कंपनी का यह रवैया बेहद अफसोसजनक है। कंपनी को सख्त लहजे में निर्माण कार्य शुरू करने को कहा जाएगा।'-इंदुधर बौड़ाई, जिलाधिकारी उत्तरकाशी


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