नासूर बन रहा गंगनानी भूस्खलन जोन
जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी : गंगोत्री हाईवे पर गंगनानी भूस्खलन जोन नासूर साबित हो सकता है। हालांकि च
जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी : गंगोत्री हाईवे पर गंगनानी भूस्खलन जोन नासूर साबित हो सकता है। हालांकि चारधाम यात्रा शुरू होने के बाद हाईवे अभी बंद नहीं हुआ है। लेकिन गंगनानी में भूस्खलन हल्की बारिश में भी जारी है। इस जगह हाईवे बंद होने की स्थिति में दूसरी वैकल्पिक सड़क भी नहीं है।
उत्तरकाशी से 50 किमी दूर गंगनानी गंगोत्री हाईवे पर एक यात्रा पड़ाव है। गर्म पानी के कुंड के कारण यात्रा सीजन में यह स्थान पूरी तरह गुलजार रहता है। लेकिन 2012 में गंगनानी के समीप शुरू हुआ भूस्खलन अब बड़ा रूप ले चुका है। इससे हाईवे का करीब तीन सौ मीटर हिस्सा ध्वस्त हो गया है। बीआरओ फिलहाल मलबे के ऊपर से ही वाहनों की आवाजाही बहाल करवा रहा है। भूस्खलन के बढ़ते दायरे की चपेट में गंगनानी का एक होटल भी आ चुका है। अब यात्रा पड़ाव का बड़ा हिस्सा व गर्म कुंड भी इसकी जद में आ सकते हैं। गंगनानी के ठीक ऊपर बसे हुर्री गांव के लिए भी इस भूस्खलन के कारण खतरा पैदा हो गया है। गांव के निचले हिस्से में खेत धंसने लगे हैं। यात्रा मार्ग के लिहाज से देखें तो बदरीनाथ हाईवे पर हाथीपहाड़ व सिरोबगढ़ जैसे नासूर बन चुके भूस्खलन जोन की तरह गंगनानी भूस्खलन जोन भी गंगोत्री हाईवे के लिए नासूर साबित हो रहा है। यहां 2013 में करीब एक माह तक सड़क अवरुद्ध थी। जबकि 2014 में भी इतने समय तक ही सड़क अवरुद्ध रही। इस जगह हाईवे के बाधित होने की स्थिति में वाहनों की आवाजाही को दूसरा विकल्प भी नहीं है। लिहाजा सड़क के अगले छोर तक पहुंचने के लिए हुर्री गांव होते हुए करीब तीन किमी का कठिन रास्ता तय करना पड़ता है। यात्रा सीजन के लिए बीआरओ की मशीनें इस जगह पर हर वक्त तैनात हैं, लेकिन जिस गति से यहां जमीन धंस रही है, उससे आने वाले दिनों में यह भूस्खलन जोन यात्रा में रुकावट पैदा कर सकता है।
'गंगनानी स्लिप जोन का दायरा बढ़ रहा है, लेकिन मशीनें लगाकर यहां पर हाईवे को लगातार दुरुस्त किया जा रहा है। फिलहाल इसी स्थिति में हाईवे को बहाल रखा जा रहा है'- नीरव तुली, ओसी, बीआरओ
गंगोत्री हाईवे पर अन्य भूस्खलन जोन
-धरासू बैंड से नालूपाणी-500 मीटर
-गंगोरी से गरम पानी-200 मीटर
-नैताला व हिना के बीच-150 मीटर
-सुनगर से हेलगू तक-400 मीटर