पेराटेक कंपनी की ब्लैक लिस्टेड
संवाद सहयोगी, उत्तरकाशी : मनेरी में चल रहे बाढ़ सुरक्षा कार्यो में हो रही लापरवाही पर आखिरकार प्रशास
संवाद सहयोगी, उत्तरकाशी : मनेरी में चल रहे बाढ़ सुरक्षा कार्यो में हो रही लापरवाही पर आखिरकार प्रशासन की नींद टूट ही गई है। कार्यो में बेहद सुस्त गति और मानकों को ताक पर रखने की पुष्टि होते ही जिला प्रशासन ने निर्माण कार्य में लगी कंपनी पेराटेक को ब्लैक लिस्टेड घोषित करते हुए निर्माण कार्य रुकवा दिए। 2013 में भागीरथी नदी में आई बाढ़ के चलते मनेरी गांव के बड़े हिस्से के साथ ही सेवाश्रम और इंटर कॉलेज भवन को खतरा पैदा हो गया था। इसे देखते हुए शासन ने एक हजार मीटर सुरक्षा दीवार बनाने का निर्णय लेते हुए सिंचाई विभाग अवस्थापना खंड को जिम्मेदारी सौंपी। इसके लिए सात करोड़ रुपये का बजट भी स्वीकृत किया गया। अवस्थापना खंड के टेंडर निकाल यह काम पेराटेक कंपनी को सौंप दिया। कंपनी को काम सौंपने के बाद न तो विभाग ने निर्माण कार्यो का निरीक्षण किया और न ही अभियंता की तैनाती की। पेराटेक कंपनी भी मनमर्जी से काम में जुट गई। रिहायशी इलाकों को सुरक्षित रखने के लिए इस दीवार का मानसून से पहले तैयार होना जरूरी है, लेकिन कंपनी की सुस्त गति के चलते अभी तक भी इसका दस फीसद कार्य भी नहीं हो सका। कार्य की गति देखते हुए अवस्थापना खंड के अधिशासी अभियंता को तत्कालीन जिलाधिकारी ने निलंबन तक की चेतावनी दी थी। घटिया निर्माण और कछुआ गति से काम के चलते कई बार स्थानीय ग्रामीणों की ओर से विरोध भी किया गया।
ग्रामीणों की शिकायत पर जिलाधिकारी इंदुधर बौड़ाई ने बीते शनिवार को तहसीलदार भटवाड़ी को निर्माण स्थल का निरीक्षण कर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए। निरीक्षण में तहसीलदार ने पाया कि निर्माण स्थल पर कंपनी के एक इंजीनियर के अलावा न तो कोई मजदूर था और न ही मशीनें थी। तहसीलदार की ओर से रिपोर्ट सौंपे जाने के बाद जिलाधिकारी इंदुधर बौड़ाई ने कार्यो को लेकर नाराजगी जताते हुए अवस्थापना खंड को फटकारा। साथ ही निर्माण कंपनी पेराटेक को ब्लैक लिस्ट करने की संस्तुति शासन को भेज दी है।
25 करोड़ के चल रहे सुरक्षा कार्य
पेराटेक कंपनी के मनेरी समेत उत्तरकाशी, बड़कोट में 25 करोड़ रुपए की लागत के सुरक्षा कार्य चल रहे हैं। प्रशासन की ओर से ब्लैक लिस्ट करने के बाद इन सारे कार्यो को भी रोक दिया गया है। बेहद सुस्त गति और मानकों को ताक पर रखने के लिए मशहूर हो चुकी इस कंपनी के बारे में स्थानीय लोग लंबे समय से खफा थे। सरकारी संरक्षण के चलते न तो निर्माण कार्यो में तेजी आ रही थी न ही निर्माण कार्यो का मानसून से पहले पूरा होना मुमकिन था।
'निर्माण कार्यो में लापरवाही पर पेराटेक को ब्लैक लिस्ट करने के लिए शासन को रिपोर्ट भेजी गई है, फिलहाल कंपनी के सारे निर्माण कार्य रोक दिए गए हैं, अवस्थापना खंड से भी इस संबंध में स्पष्टीकरण मांगा गया है।
इंदुधर बौड़ाई, जिलाधिकारी उत्तरकाशी।