अलग-अलग कोड के पेपर बंटने से परीक्षार्थी परेशान
संवाद सहयोगी, उत्तरकाशी : रविवार को जिला मुख्यालय में आयोजित सी सैट परीक्षा में प्रश्नपत्र सेट के गल
संवाद सहयोगी, उत्तरकाशी : रविवार को जिला मुख्यालय में आयोजित सी सैट परीक्षा में प्रश्नपत्र सेट के गलत आवंटन ने परीक्षार्थियों की बेचैनी बढ़ा दी। राजकीय महाविद्यालय में बने परीक्षा केंद्र में परीक्षार्थियों को पहले पेपर के कोड के बदले दूसरे प्रश्न पत्र में दूसरे कोड का पेपर बांटा गया। ऐसे में अब उत्तर पुस्तिकाओं की जांच के दौरान अंकों के गड़बड़ी की आशंका बढ़ने लगी है।
रविवार को कुमाऊं विवि की ओर से संचालित यू सैट परीक्षा में जनपद स्थित राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में बने परीक्षा केंद्र के प्रश्न पत्रों में परीक्षार्थियों को गलत कोड के प्रश्न पत्र बांटने का मामला सामने आया है। सुबह की पाली में हुए जिस कोड का पहला प्रश्न पत्र परीक्षार्थियों को बांटा गया, दूसरी पाली में उस कोड का प्रश्न पत्र न देकर अन्य कोड का प्रश्न पत्र दिया गया। ऐसे में मूल्यांकन के दौरान गड़बड़ी की पूरी संभावना बन रही है।
महाविद्यालय में परीक्षा देने वाले छात्र संजय दत्त ने बताया कि पहले प्रश्न पत्र में उन्हें सी कोड का प्रश्न पत्र मिला था, लेकिन दूसरी पाली में उन्हें ए कोड का प्रश्न पत्र दिया गया। वहीं बृजेश चौहान को भी पहली पाली में बी और दूसरी पाली में डी कोड का प्रश्न पत्र मिला। महाविद्यालय में दो कक्षों में तकरीबन डेढ़ सौ से ज्यादा परीक्षार्थियों के साथ ऐसी गड़बड़ी हुई। हालांकि जिले में अन्य जगह बनाए परीक्षा केंद्रों में प्रश्न पत्र कोड के अनुसार बंटे और परीक्षा शांतिपूर्ण संपन्न हुई। लेकिन, स्नातकोत्तर महाविद्यालय में हुए कोड के अदला-बदली से छात्र-छात्राओं के हाथ पांव फूले हुए हैं। कंप्यूटर के जरिये होने वाले मूल्यांकन में उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कोड के अनुसार होता है। ऐसे में अंकों में हेरफेर की संभावनाएं ज्यादा बनने लगी हैं।
महाविद्यालय में परीक्षा कक्ष में प्रश्न पत्र कोड में हुई गड़बड़ी के लिए परीक्षा कक्ष में सीटिंग व्यवस्था को जिम्मेदार माना जा रहा है। महाविद्यालय की ओर से सीटिंग व्यवस्था नियमानुसार न करने से कोड के अनुसार प्रश्न पत्र बांटने में ये मुश्किल सामने आई। महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. केएल मालगुड़ी ने बताया कि कोड से जुड़ी जानकारी कुमाऊं विवि को भी भेजी जाएगी। साथ ही यह समस्या क्यों आई इसकी भी जांच की जा रही है।