तो जानबूझकर की थी एक्सरे मशीन खराब
संवाद सहयोगी, उत्तरकाशी : जिला अस्पताल में बीते साल अगस्त महीने से बंद एक्सरे मशीन को किसी ने जान बू
संवाद सहयोगी, उत्तरकाशी : जिला अस्पताल में बीते साल अगस्त महीने से बंद एक्सरे मशीन को किसी ने जान बूझकर खराब किया है। मशीन को दुरूस्त करने पहुंचे इंजीनियर ने इसकी पुष्टि की है।
जिला अस्पताल में एक्सरे मशीन शॉर्ट सर्किट से खराब नहीं हुई थी। निजी एक्सरे मशीन संचालकों को फायदा पहुंचाने के लिए जिला अस्पताल की एक्सरे मशीन को खराब किया गया था। मशीन के महत्वपूर्ण तारों को काटकर जलाया था। तब से लेकर अब तक जिला अस्पताल में मरीजों को एक्सरे करवाने के लिए बाहर निजी एक्सरे क्लिनिक का रूख करना पड़ रहा है। यहां मरीजों को हर एक्सरे के लिए दो सौ से पांच सौ तक वसूले जा रहे है। जिला अस्पताल में मरीजों को एक्सरे के निश्चित 113 रुपये देने पड़ते थे। मशीन खराब होने के बाद सभी तरह के एक्सरे निजी क्लिनिक में हो रहे है। इसका असर दूर दराज गांवों से आने वाले मरीजों की जेब पर पड़ रहा है। वहीं अब जिला अस्पताल में खराब एक्सरे मशीन मामले में नया मोड़ आया है। एक्सरे मशीन की रिपेय¨रग के लिए बीते दिनों जिला अस्पताल प्रशासन ने चंडीगढ़ से इंजीनियर बुलाया था। मशीन का निरीक्षण करने के बाद इंजीनियर ने दावा कि मशीन का खराब होने का कारण शॉर्ट सर्किट नहीं बल्कि मशीन में जानबूझकर छेड़ाखानी की गई है। इंजीनियर का दावा है कि मशीन के मुख्य तार काटकर उसे जलाया गया है। जिससे मशीन पूरी तरह से काम करना बंद कर दे। संभावना जताई जा रही है कि बाहरी क्लिनिक को फायदे पहुंचाने के लिए अस्पताल से जुड़े किसी व्यक्ति ने इस काम को अंजाम दिया है। इंजीनियर की ओर से मशीन जानबूझकर खराब करने के दावे के बाद जिला अस्पताल प्रशासन की ओर से अज्ञात के खिलाफ थाना कोतवाली में मुकदमा दर्ज करवाया है। वहीं मशीन को इस तरह से खराब किया गया है कि मशीन को दुरूस्त करने के लिए जरूरी सामान और इंजीनियरों की टीम अब मुंबई से जिला अस्पताल पहुंचेगी। बेहद महत्वपूर्ण केबिल से लेकर कई तारों को काटकर जलाने से मशीन को भी नुकसान पहुंचा है। वहीं जिला अस्पताल प्रशासन ने कोतवाली में प्राथमिकी दर्ज कर पुलिस से मामले में व्यापक जांच कर आरोपी को पकड़ने की मांग की है।
'इंजीनियर से मालूम हुआ कि एक्सरे मशीन जाबूझकर खराब की गई है, प्रथमदृष्टया यह मामला निजी क्लिनिक को फायदा पहुंचाने के लिए किया। इस मामले में पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करवाई है, मशीन को ठीक करने के लिए मुंबई से इंजीनियर और जरूरी संसाधन मंगवाए गए हैं जिससे यह जल्द काम करने लगे।
डॉ. आरपी सिंह, प्रभारी प्रमुख अधीक्षक जिला अस्पताल उत्तरकाशी। जागरण