बंद रहा उत्तरकाशी
जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी : इको सेंसेटिव जोन के विरोध में गुरूवार को उत्तरकाशी और भटवाड़ी में जबर्दस
जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी : इको सेंसेटिव जोन के विरोध में गुरूवार को उत्तरकाशी और भटवाड़ी में जबर्दस्त विरोध प्रदर्शन किया गया। दोनों जगहों पर प्रदर्शनकारियों के आह्वान पर बंद और चक्का जाम पूरी तरह सफल रहा। विरोध में व्यापारिक प्रतिष्ठानों के साथ ही सरकारी और गैर सरकारी शिक्षण संस्थान बंद रहे।
गोमुख से उत्तरकाशी तक इको सेंसेटिव जोन का विरोध तेज हो गया है। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार संयुक्त संघर्ष समिति की ओर से ज्ञानसू में तड़के ही गंगोत्री हाईवे को जाम कर दिया गया। सुबह करीब दस बजे नगर में कुछेक शिक्षण संस्थानों व अन्य प्रतिष्ठानों के खुलने पर प्रदर्शनकारियों ने उन्हें बंद करवा दिया। इसके बाद बस स्टैंड पर एकत्र होकर सभी प्रदर्शनकारी जुलूस की शक्ल में इको सेंसेटिव जोन के विरोध में नारेबाजी करते हुए कलक्ट्रेट पहुंचे। कलेक्ट्रेट में भी सभी दफ्तरों को बंद करवाने के बाद जुलूस एक सभा में तब्दील हो गया। वक्ताओं ने इको सेंसेटिव जोन को काला कानून बताते हुए इसे क्षेत्र के विकास में बाधक बताया। इस मौके पर सुरेश चौहान, शैलेंद्र मटूड़ा, लोकेंद्र बिष्ट, हरीश डंगवाल, जगमोहन रावत, बिजेंद्र नौटियाल, विष्णुपाल सिंह रावत, राजेंद्र पंवार, अंकित उप्पल, सुभाष बडोनी समेत अनेक लोग मौजूद रहे।
दूसरी ओर भटवाड़ी में भी इको सेंसेटिव जोन के विरोध में बाजार व शिक्षण संस्थान बंद रहे। स्थानीय लोगों ने जुलूस प्रदर्शन कर इको सेंसेटिव जोन की घोषणा वापस लेने की मांग की। इस मौके पर राघवानंद शास्त्री, संजीव नौटियाल, राजकेंद्र सिंह, मुनेंद्र सिंह, हर्ष लाल, विपिन राणा, बृजपाल सिंह समेत अन्य पंचायत प्रतिनिधि मौजूद रहे।