'आधार' छुड़ा रहा लोगों का पसीना
संवाद सहयोगी, उत्तरकाशी : आधार कार्ड बनाना लोगों के लिए टेढ़ी खीर साबित हो रहा है। आधार बनाने को लोग
संवाद सहयोगी, उत्तरकाशी : आधार कार्ड बनाना लोगों के लिए टेढ़ी खीर साबित हो रहा है। आधार बनाने को लोगों को घंटों लंबी लाइनों में इंतजार करना पड़ रहा है तो वहीं आधार बनाने में जुटी एजेंसी भी अब फार्म देने में आनाकानी कर रही है।
जिले में बैंगलोर स्थित कार्वी डाटा मैनेजमेंट सर्विस एजेंसी आधार कार्ड बनवा रही है। नवंबर माह से शुरू इस सर्विस में फिलहाल सुमन सभागार में ही एक केंद्र बनाया गया था, लेकिन अब एजेंसी की ओर से नगर क्षेत्र के दायरे में तिलोथ और जोशियाड़ा में भी आधार कार्ड बनाने के लिए केंद्र बनाए गए हैं। इसके बावजूद भी नगर क्षेत्र के लोगों के लिए आधार कार्ड बनाना आसान काम नहीं है। बेहद सुस्त गति से चल रहे आधार कार्ड बनवाने का काम आम आदमी पर भारी पड़ रहा है। एजेंसी की ओर से बहुत कम संसाधन उपलब्ध कराए गए हैं, जिसके चलते हर रोज बमुश्किल तीन सौ से चार सौ आधार कार्ड को ही नामांकन हो पा रहा है। एजेंसी अब तक जिले में सात हजार के तकरीबन पंजीकरण कर चुकी है, लेकिन अभी भी बड़ी संख्या में लोगों का पंजीकरण बाकी है। नगर क्षेत्र में ही एजेंसी अब तक दस फीसदी लोगों का आधार कार्ड बना सकी है। जबकि अभी भी पूरे जिले में लोगों के आधार कार्ड बनने है। ग्रामीण क्षेत्रों में तो कार्ड बनाने का काम तक शुरू नहीं हो सका है। ऐसे में 2015 मार्च तक सभी के आधार कार्ड बनने की उम्मीद फिलहाल धुंधली है।
ठंड ने बढ़ाई मुश्किल
उत्तरकाशी : आधार कार्ड बनाने में ठंड भी मुसीबत बन गई है। आवेदक के अंगूठे का निशान लेने में ठंड मुश्किल पैदा कर रही है। ठंड से कई लोगों के अंगूठों में दरारें पड़ी है तो कईयों के अंगूठे सिकुड़े हुए हैं। ऐसे में एजेंसी ने भी दावा किया है वास्तविक फिंगरप्रिंट के कई बार नमूने लेने पड़ रहे है जिससे काफी वक्त जाया हो रहा है।
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'फिलहाल नगर क्षेत्र में तीन जगह पर आधार कार्ड बनाए जा रहे हैं। अब फोटो स्टेट आवेदन पत्र के जरिए आवेदन नहीं किया जा सकेगा इसके लिए एक नामांकन संख्या वाला आवेदन केंद्र से ही लेना होगा, फिलहाल कम मानव संसाधन के चलते मुश्किलें आ रही हैं।'
राकेश चौहान, मैनेजर, कार्वी डाटा मैनेजमेंट सर्विस।