परियोजना को नुकसान पहुंचा रहे अधिकारी
जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी : गंगोत्री के पूर्व विधायक गोपाल रावत ने उत्तराखंड जल विद्युत निगम के अधि
जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी : गंगोत्री के पूर्व विधायक गोपाल रावत ने उत्तराखंड जल विद्युत निगम के अधिकारियों पर मनेरी भाली परियोजना को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया है। उन्होंने निगम की टेंडर प्रक्रिया के साथ ही मनेरी व जोशियाड़ा बैराज गेटों से हो रहे रिसाव की उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग की है।
बुधवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए पूर्व भाजपा विधायक ने कहा कि उत्तराखंड जल विद्युत निगम प्रबंध निदेशक व उप महाप्रबंधक की कार्यशैली के कारण मनेरी भाली प्रथम व द्वितीय चरण परियोजनाओं में उत्पादन में लगातार कमी आ रही है। दोनों परियोजनाओं के गेटों से हो रहे रिसाव को रोकने के लिए अधिकारी कोई ठोस रास्ता नहीं निकाल सके हैं। इसके उलट बांध की मरम्मत को डेढ़ करोड़ की लागत का काम यूपी जल निगम की नलकूप शाखा को एकल निविदा पर आवंटित कर दिया गया, जबकि इस संस्था को बांध निर्माण या मरम्मत के काम का कोई अनुभव ही नहीं है। यह कार्य इस वर्ष जून माह में दस दिन के भीतर किया जाना था, लेकिन कार्यदायी संस्था इस काम को नहीं कर सकी। निगम के अधिकारियों ने कार्यदाई संस्था को काम का टेंडर निरस्त किए बिना उसके बाद एक अन्य निजी कंपनी को साढ़े सात करोड़ रुपये में यही काम आवंटित किया। एक काम एक ही साइट पर दो कंपनियों से कराने के कारण कार्य में और अधिक लापरवाही हुई। पूर्व विधायक ने बताया कि उन्होंने इस संबंध में बीते मंगलवार को उत्तरकाशी पहुंचे मुख्य सचिव को भी ज्ञापन सौंपा। उन्होंने मांग की कि जल विद्युत निगम के अधिकारियों के फैसलों समेत उत्पादन हानि की उच्च स्तरीय जांच कराई जाय।