चार वर्ष से नहीं मिला खेतों का मुआवजा
संवाद सूत्र, पुरोला : डोभालगांव, रमालगांव, कुमणाई सहित आधा दर्जन गांव के काश्तकारों ने पीएमजीएसवाई प
संवाद सूत्र, पुरोला : डोभालगांव, रमालगांव, कुमणाई सहित आधा दर्जन गांव के काश्तकारों ने पीएमजीएसवाई पर चार वर्ष पूर्व खरसाड़ी-जीवाणु सड़क निर्माण के मलबे से दबी कृषि भूमि का मुआवजा न देने का आरोप लगाया है। गुरुवार को ग्रामीणों के शिष्टमंडल ने एसडीएम राजकुमार पाडे से मिल कर मुआवजा दिलाने की मांग की है।
ग्रामीणों का आरोप है कि चार वर्ष पूर्व पीएमजीएसवाई ने खरसाड़ी-जीवाणु सड़क निर्माण के समय डोभाल गांव, रमाल गांव, कुमणाई, दगोली सहित आधा दर्जन गांव के 62 किसानों की कृषि भूमि को सड़क निर्माण के मलबे से दबा दिया। विभाग ने प्रभावित किसानों को मुआवजा देने व मलबा हटाने का भरोसा दिलाया। लेकिन, चार वर्ष से न तो खेतों में पड़ा मलबा हटाया गया और न ही खेत दबान का मुआवजा दिया गया। गरीब काश्तकार विभाग की लापरवाही के चलते बीते चार वर्ष से खेतों में फसलों भी नहीं उगा पा रहे हैं। ग्रामीणों ने 15 दिन में मुआवजा न देने पर पीएमजीएसवाई के खिलाफ आंदोलन की चेतावनी दी है। उधर, पीएमजीएसवाई के सहायक अभियंता बीडी जोशी का कहना है कि पुरोला खंड अभी नया खुला है, मुआवजे का मामला पीएमजीएसवाई उत्तरकाशी खंड का है। शिष्ट मंडल में देवजानी के पूर्व प्रधान जयराम चौहान, भोपाल सिंह, शिवराम, अभीराम, शीशपाल सिंह, खेम सिंह, खिलीराम सिंह, कीर्ति सिंह, जयपाल आदि के हस्ताक्षर हैं।