भागीरथी के तट पर बंद कराए गए स्टोन क्रशर
जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी : जिला प्रशासन ने भागीरथी तट पर लगे तीन स्टोन क्रशर प्लांट बंद करा दिए हैं। पर्यावरणीय पहलुओं और मानकों को ताक पर रखकर लगाए गए इन क्रशर प्लांट को बाढ़ सुरक्षा कार्यो के लिए जरूरी बताया गया था। करीब छह माह बाद प्रशासन ने इन्हें अवैध मानते हुए बंद कराया है।
भागीरथी के तटों पर बाढ़ सुरक्षा कार्य करवाने वाली कंपनियों ने स्टोन क्रशर भी लगवा लिऐ थे। इसमें आरआर कंस्ट्रक्शन ने तेखला में, जेस्को ने तिलोथ में व पैराटेक कंस्ट्रक्शन कंपनी ने मांडों सेरा के निकट अपने प्लांट लगाए। तीनों प्लांट बिना अनुमति के और मानकों के विपरीत लगाए गए थे। स्थानीय लोगों ने भागीरथी तट और बस्तियों के नजदीक लगे इन प्लांटों का विरोध भी किया, लेकिन बाढ़ सुरक्षा कार्यो को देखते हुये प्रशासन ने कंपनियों को इस मामले में शिथिलता प्रदान कर दी जिसके चलते तीनों प्लांट बदस्तूर चलते रहे। प्रशासन की ओर से दलील दी जा रही है कि बाढ़ सुरक्षा कार्यो को तेजी से अंजाम देने के लिए क्रशर प्लांट की जरूरत भी थी, लेकिन अब प्रशासन ने अनुमति न होने व नियमविरुद्ध होने के आधार पर तीनों प्लांट बंद करा दिए हैं। जिलाधिकारी के निर्देश पर एसडीएम केके सिंह ने खुद मौके पर जाकर तीनों प्लांटों को बंद करवाया। उन्होंने कहा कि इसके बाद भी अगर प्लांट चलाए जाते हैं तो सीज करने की कार्यवाही की जाएगी।