बिन पानी सूख रहे हलक
संवाद सहयोगी, उत्तरकाशी : नगर क्षेत्र में साल भर से ज्यादा समय से रोजमर्रा की जरूरतों के लिए पानी जुटाना लोगों के लिए सबसे मुश्किल काम बना हुआ है। अनियमित आपूर्ति के चलते नगर क्षेत्र में पानी को लेकर हाहाकार मचा हुआ है।
नगर क्षेत्र में साल भर बाद भी पेयजल आपूर्ति नहीं सुधर सकी है। लोगों को रोजमर्रा की जरूरत का पानी जुटाने को कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है। बीते साल जून में आई आपदा में नगर क्षेत्र को पेयजल आपूर्ति करने वाली पेयजल लाइनों को काफी नुकसान पहुंचा था। इसके बाद से ही नगर क्षेत्र में पेयजल आपूर्ति बुरी तरह से डगमगा गई। आलम यह है कि अब नगर क्षेत्र में पानी की दैनिक आपूर्ति तक नहीं हो पा रही है। पानी की किल्लत को देखते हुए बीते साल से पेयजल संस्थान ने दो घंटे सुबह और दो घंटे शाम को पेयजल आपूर्ति शुरू की थी, लेकिन इस साल बमुश्किल ही आधे घंटे की आपूर्ति नगर क्षेत्र में हो पा रही है।
गांवों में भी पेयजल किल्लत
नगर क्षेत्र समेत जिले के गांवों में भी पेयजल आपूर्ति डगमगा गई है। मनेरा, ढासड़ा, बढ़ेथी, मातली समेत दर्जनों गांवों में बारिश की शुरुआत से ही पेयजल आपूर्ति ठप पड़ी हुई है। ग्रामीण मजबूरीवश बरसाती नालों में आ रहा दूषित पानी प्रयोग में ला रहे हैं।
कब बनेगा ट्यूबवेल
नगर क्षेत्र में पेयजल किल्लत को दूर करने के लिए एडीबी दो ट्यूबवेल का निर्माण कर रही थी। लेकिन, प्रस्तावित योजना पर साल भर बाद भी काम शुरू नहीं हो सका है। नगर क्षेत्र में दो ट्यूबवेल बनने के बाद उम्मीद जताई जा रही है। इससे नगर क्षेत्र में जारी पानी की किल्लत दूर हो सकेगी। लेकिन, एडीबी की ओर से निर्माण की दिशा में एक कदम भी ना बढ़ता देख फिलहाल पानी आपूर्ति के अच्छे दिनों के आने की आस नहीं लग रही।
असी गंगा में पेयजल लाइनों को नुकसान पहुंच रहा है। इसके चलते आपूर्ति में मुश्किलें आ रही हैं। असी गंगा में जलस्तर सामान्य ना होने तक मुश्किलें रहेंगी, लेकिन विभाग कोशिश कर रहा है आपूर्ति नियमित हो।
आरएस नेगी, अधिशासी अभियंता, जल संस्थान