नदियों के प्रवाह ने बढ़ाई परेशानी
जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी: जिले के विभिन्न हिस्सों में हो रही बारिश परेशानियां पैदा कर रही है। भागीरथी व सहायक नदियों के बढ़े जलस्तर से तटवर्ती आबादी को खतरे के साथ ही बाढ़ सुरक्षा कार्य पूरी तरह प्रभावित हो गए हैं। उत्तरकाशी नगर क्षेत्र में मुख्य बाजार की ओर लगाए वायरक्रेट बहने से लोग दहशत में हैं। भूस्खलन से पुरोला क्षेत्र में तीन मकान दब गए। वहीं, भूकटाव से सड़कों व पुलों पर भी खतरा मंडरा रहा है।
अपर भागीरथी घाटी में गुरुवार देर रात हुई बारिश से भागीरथी का जलस्तर फिर 1120 मीटर तक पहुंच गया। इसके चलते वाल्मीकि बस्ती के बाहर सुरक्षा दीवार में भारी कटाव हो गया। इससे बस्ती के भीतर पानी रिसने लगा है। जिला प्रशासन से बस्ती के लोगों को शिफ्ट करने की व्यवस्था की। वहीं, असीगंगा व भागीरथी का जलस्तर बढ़ने से गंगोरी, लक्षेश्वर, तिलोथ व जोशियाड़ा में बाढ़ सुरक्षा कार्य जलमग्न होने से बाधित हो गए, जबकि भागीरथी के प्रवाह ने मुख्य बाजार में केदारघाट व जड़भरत घाट के बीच लगाई वायरक्रेट बहा दी। इससे इस तटवर्ती बस्ती के लिए खतरा पैदा हो गया है। वहीं, इंद्रावती नदी पर बने पुल के एबेटमेंट पर भी कटाव शुरू हो गया है। पहले से जर्जर इस पुल पर भी खतरा बना हुआ है। दूसरी ओर, पुरोला में हुडोली गांव में भूस्खलन से मायाराम व शीशपाल सिंह के मकान क्षतिग्रस्त हो गए, जबकि बैनोल गांव में भी भूस्खलन से एक मकान को नुकसान पहुंचा है।
पेयजल आपूर्ति ठप
बारिश के कारण पेयजल लाइन में खराबी से नगर क्षेत्र में लगातार दूसरे दिन पेयजल आपूर्ति बाधित रही। पेयजल टैंकों में स्रोत से मटमैले पानी के साथ रेत बजरी आने से यह स्थिति पैदा हुई। जल संस्थान के फिल्टर खराब होने के कारण विभाग ने बीते बुधवार को ही आपूर्ति बंद कर टैंकों की सफाई शुरू कर दी थी, लेकिन दूसरे दिन भी आपूर्ति बहाल नहीं हो सकी।
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