जल्द मिलेगी सस्ती दवाएं
संवाद सहयोगी, उत्तारकाशी : निर्वाचन आयोग की स्वीकृति मिली तो जल्द ही जिला अस्पताल में ही लोगों को बाजार दामों से पांच से दस गुना सस्ती दवाएं उपलब्ध हो सकेंगी। जिला अस्पताल उत्तारकाशी में जेनेरिक दवा केंद्र खोलने की कवायद शुरू हो गई थी। इस केंद्र के खुलने के बाद भी उत्तारकाशी जिला अस्पताल राज्य के चुनिंदा स्वास्थ्य केंद्रों में श्रेणी में शामिल हो जाएगा जहां जेनेरिक दवाएं उपलब्ध होती है।
जिला अस्पताल के चिकित्सक इन दिनों निर्वाचन आयोग से सस्ती दवाओं के केंद्र खोलने की अनुमति को चक्कर काट रहे हैं। स्वीकृति मिलने पर जिला अस्पताल परिसर में खुलने वाले जेनेरिक दवा केंद्र से मरीजों को बाहरी निजी दवा दुकानों में मिलने वाली महंगी दवाओं से निजात मिल सकेगी। हालांकि पहले भी स्वास्थ्य विभाग की ओर से बकायदा जेनेरिक दवा केंद्र खोलने के लिए निविदाएं आमंत्रित की थी। लेकिन योग्य एजेंसी ना मिलने से यह निविदाएं निरस्त कर दी। विभाग की माने तो जेनेरिक दवा केंद्र खोलने के लिए बेहद योग्य और इस काम से जुड़ी एजेंसी ही इसका संचालन कर सकेगी। लिहाजा अब दोबारा निविदाएं डालने के लिए स्वास्थ्य विभाग निर्वाचन आयोग की अनुमति लेने की तैयारी कर रहा है। वहीं, जिला अस्पताल में जेनेरिक दवा केंद्र खुलने के बाद जो दवाएं अस्पताल में निशुल्क उपलब्ध नहीं होंगे वह दवाएं मरीजों को बाहरी निजी दुकानों से महंगे दामों पर नहीं खरीदना पड़ेगा।
इसलिए होती है सस्ती
उत्तारकाशी : आमतौर पर डॉक्टर कंपनियों के नाम से मरीजों को दवा लिखते है ना कि उनके फार्मूले के नाम से। लिहाजा कंपनियों की ओर से निर्धारित ऊंचे मूल्य पर बेचती है,जबकि जेनेरिक दवाएं सामान्य तौर पर अपने फार्मूले के आधार पर बिकती है। जिससे इसकी कीमत बेहद कम होती है।
यह है जेनेरिक दवा
सामान्य दवा ये जेनेरिक दवा बिना किसी पेंटेट के बनाई और वितरित की जाती है। लेकिन यह ब्रांडेड कंपनियों जितनी ही प्रभावकारी होती है। फार्मूलेशन के आधार पर बनने से इसकी लागत ब्रांडेड दवाओं से पांच गुनी कम होती है। बाजार में प्रचलित इबूफ्रोपेन, पेरासिटामोल, वियाग्रा, लोजारटन जैसी प्रचलित दवाएं जेनेरिक ही है।
'पहले निविदा आमंत्रित की गई थी, लेकिन कोई एजेंसी नहीं मिल सकी थी। निर्वाचन आयोग से अनुमति ली जा रही है जिससे इसी महीने निविदाएं आमंत्रित कर दवा केंद्र स्थापित किया जा सके।
डॉ. आरपी सिंह, प्रमुख अधीक्षक जिला अस्पताल उत्तारकाशी।