टक्कर मारी और दो लाख गायब
संवाद सहयोगी, किच्छा : शहर की स्टेट बैंक शाखा में नगदी जमा करने जा रहे डाकघर के कैशियर व उसके साथी क
संवाद सहयोगी, किच्छा : शहर की स्टेट बैंक शाखा में नगदी जमा करने जा रहे डाकघर के कैशियर व उसके साथी को टक्कर मार कर साइकिल सवार युवक दो लाख की नगदी ले उड़ा। घटना के समय कैशियर के पास दस लाख की नगदी थी। मामले की सूचना पुलिस के साथ ही डाकघर के आला अफसरों को दे दी गई है। पुलिस के अनुसार मामला संदिग्ध है। बहरहाल मामले की जांच की जा रही है।
सोमवार को डाकघर में जमा दस लाख की धनराशि को वहां का कैशियर विश्वास कुमार ¨सह व उसका साथी कर्मी ग्रामीण डाक सेवक प्रेम नारायण शहर की एसबीआइ शाखा में जमा करने गए थे। वह पैदल बो¨रग वाली गली के समीप ही पहुंचे थे कि तभी तेज रफ्तार साइकिल सवार युवक ने सामने से प्रेमनारायण को टक्कर मार दी। टक्कर के बाद युवक तेजी से उठा और साइकिल समेत गायब हो गया। कैशियर विश्वास के अनुसार कुछ दूरी तक चलने के बाद जब प्रेम ने अपनी जेब में हाथ डाला तो उसकी जेब से दो लाख की एक गड्डी कम थी। पैसे गायब देख दोनों के होश उड़ गए। टक्कर मारने वाले युवक की क्षेत्र में तलाश की गई, पर कहीं कोई सुराग नहीं मिला। दोनों ने डाक घर पहुंच पहले घटना की जानकारी पोस्टामास्टर एच सी हलधार को दी। सभी कर्मी कोतवाली पहुंचे। कोतवाल प्रमोद शाह को मामले की जानकारी दी गई। सूचना से पुलिस में हड़कंप मच गया। घटना स्थल पर जानकरी लेने के बाद कोतवाल ने बताया कि मामले में डाकघर कर्मियों की लापरवाही उजागर हुई है। दोनों कर्मी शक के दायरे में है। मामले की अभी तहरीर नहीं मिली है। तहरीर मिलने पर ही मुकदमा दर्ज किया जाएगा। वहीं पोस्टामास्टर एचसी हलधर ने बताया कि सूचना डाकघर के आला अधिकारियों को दे दी गई है।
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डाक कर्मियों की कहानी में पुलिस को विश्वास नहीं
किच्छा : साइकिल से टक्कर मारने के बाद जेब से दो लाख गायब हो गए, प्रेम को इसकी भनक तब लगी जब वह घटनास्थल से कुछ दूर बढ़ गया, इस दौरान न तो उसकी जेब फटी और न ही उसे जेब साफ होने का एहसास हुआ। पुलिस के अनुसार यदि किसी ने जेब काटी होती तो या तो उसकी जेब फटती या दोनों ही गड्डियां साफ हो जातीं। कोतवाल प्रमोद शाह के अनुसार डाक कर्मियों की कहानी में झोल नजर आ रहा है।
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कैश तो कैशियर को ले जाना था
किच्छा : डाकघर के कैश को बैंक ले जाने की जिम्मेवारी पोस्टमास्टर ने कैशियर विश्वास को सौंपी थी, जबकि प्रेम को पैसे जमा करने के कागजात साथ ले जाने को भेजा था, पर कैशियर ने दो लाख की नगदी तो स्वयं अपने पास रखी जबकि अधेड़ प्रेम नारायण को आठ लाख की नगदी थमा दी।
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दस लाख जेब में लेकर चले
किच्छा : डाक विभाग के नियमों के अनुसार नगदी बाहर या बैंक ले जाने के लिए विभाग का एक बैग होता है, इसमें नगदी रखने और ताला लगाने के बाद ही कैश डाक घर से बाहर ले जाया जाता है, पर डाक कर्मियों की लापरवाही तो देखिए, वे दस लाख की नगदी जेब में भरकर बैंक को चल दिए।
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एक गड्डी गायब दूसरी कैसे बची
किच्छा : ग्रामीण डाक सेवक प्रेम नारायण ने दोनों जेब में दो-दो लाख की दो-दो गड्डियां रखी थीं। प्रेम के अनुसार टक्कर मार कर युवक ने जब उसकी जेब से पैसे निकाले तो इसकी भनक तक नहीं लगी। पुलिस के अनुसार जब दो गड्डियां उसकी एक ही जेब में थीं तो दूसरी कैसे बच गई।