अब सिंचाई विभाग बनाएगी नदियों पर ठोकरें
सितारगंज : सितारगंज व खटीमा में मानसून सत्र में कहर बरपाने वाली नदियों पर ठोकरें बनाने के दो वर्ष से
सितारगंज : सितारगंज व खटीमा में मानसून सत्र में कहर बरपाने वाली नदियों पर ठोकरें बनाने के दो वर्ष से लंबित अधूरे पड़े कार्य को अब सिंचाई विभाग ने अपने हाथ में ले लिया है। करीब 14 करोड़ के कार्य को हैदराबाद की कंपनी से ले लिया गया है। साथ ही आगामी बरसात से पहले कार्य पूर्ण होने की उम्मीद जताई गई। इससे कैलाश, देवहा, जगबूढ़ा व परवीन नदी के कटाव पर कुछ अंकुश की संभावनाएं है।
पिछले तीन-चार वर्षो से बरसात में सितारगंज की कैलाश, देवहा व खटीमा की जगबूढ़ा व परवीन नदियों के उफान से कृषि भूमि का कटाव हो गया। वहीं प्रति वर्ष बाढ़ से नदियों के किनारे रह रहे वाशिंदे दहशत में हैं। शासन ने 2013 में हैदराबाद की मेघा इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी को करीब 19 करोड़ से सात स्थानों पर नदियों में ठोकर बनाने का कार्य सौंपा था। कंपनी के बेहद धीमी गति से मात्र आठ प्रतिशत ही कार्य हो पाया। इससे गत बरसात में एक बार फिर नदियों का कटाव तेज रहा। कैलाशपुरी, बिज्टी, संतफार्म व खटीमा के बंडिया में ही कुछ कार्य हुआ। 21 नवंबर को मुख्य अभियंता डीपी सिंह ने उक्त कंपनी से कार्य हटाते हुए स्थानीय स्तर पर कार्य कराने के निर्देश दिए हैं।
बताया गया कि खटीमा के पटिया, मेलाघाट, सितारगंज के बिज्टी, मटीहा, कैलाशपुरी, नकुलिया, संतफार्म, अंजनिया, बिदइया समेत सात स्थानों पर ठोकर व बाढ़ से बचाव के कार्य होने थे। अब विभागीय स्तर पर कटाव वाले हिस्सों में बाढ़ से बचाव के दीर्घकालिक कार्य कराने के निर्देश दिए गए हैं। दिसंबर प्रथम सप्ताह से कार्य शुरु कराया जा रहा है। इससे आगामी मानसून सत्र में नदियों के कटाव व बाढ़ पर कुछ अंकुश की उम्मीद जताई गई है।
इनसेट-1
- यहां बनेंगे ठोकर::::::::::सितारगंज के बिज्टी, मटीहा, कैलाशपुरी, नकुलिया,संतफार्म, अंजनिया, बिदइया, खटीमा के पटिया, मेघाघाट।
इनसेट-2
हैदराबाद की मेघा इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी ने कार्य आधा अधूरा किया है। अब मुख्य अभियंता के निर्देश पर विभाग स्वयं कार्य करा रहा है। तय समय पर कार्य को पूरा किया जाएगा।
- संजीव राज, ईई, सिंचाई विभाग, सितारगंज