..और मौत से जीत गई जिंदगी
जासं, काशीपुर : जहां पनाह जिंदगी और मौत तो ऊपर वाले के हाथ है, हम तो बस उसकी कठपुतली हैं.. फिल्म आनंद में राजेश खन्ना का यह प्रचलित डायलाग था, जिसका एक-एक शब्द आज उस समय सच साबित हुआ जब जान देने के इरादे से ट्रेन के सामने कूदने वाली युवती को खरोंच तक नहीं आई। खास बात यह कि ट्रैक पर कूदी युवती के ऊपर से इंजन और एक डिब्बा भी गुजर गया।
मंगलवार की दोपहर करीब दो बजे रामनगर पैसेंजर ट्रेन रेलवे क्रासिंग से गुजर रही थी। उसी समय ट्रेन के किनारे चल रही करीब 22 वर्षीय एक युवती अचानक ट्रेन के आगे कूद गई। ट्रेन चालक ने युवती को कूदते देख इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन को रोक दिया। इस बीच ट्रेन का इंजन और एक डिब्बा पूरा उसके ऊपर से गुजर चुका था। हादसे की आशंका के बीच ट्रेन चालक ने लोगों की सहायता से युवती को ट्रेन के दूसरे डिब्बे के नीचे से बाहर निकाला। उसे पूरी तरह सुरक्षित देख जहां चालक की जान में जान आई, वहीं युवती दहशत से कांप रही थी। दूसरी ओर आसपास के लोग भी इस सबके बाद भी उसे खरोंच नहीं आने पर अचंभित दिखाई दिए। सूचना पर कोतवाल का सुरक्षा गार्ड अवधेश और सिपाही अरुण न्याल मौके पर पहुंच गए। पूछताछ में युवती ने कुछ भी बताने से इन्कार कर दिया। उसका कहना था कि वह बस मरना चाहती है, उसे अब जीना नहीं है। युवती कोतवाली में पहुंचे ढकिया निवासी युवती के परिजनों ने बताया कि वह कुछ दिनों से मानसिक रूप से परेशान चल रही है। इसकी वजह घर के आर्थिक हालात बताए जा रहे हैं। युवती की पांच बहनें और हैं।
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चेहरे पर दिखा मौत का खौफ
काशीपुर : मौत से साक्षात्कार के बाद युवती के चेहरे पर मौत का खौफ साफ दिख रहा था। ट्रेन से निकाले जाने के बाद युवती करीब एक घंटे तक कुछ भी बोल नहीं पा रही थी। पुलिस कर्मियों के काफी पूछने के बाद भी वह अपना नाम नहीं बता सकी। उसके हाथ पर अन्नू नाम गुदा था, जिससे उसका नाम अन्नू होने का अनुमान लगाया जा रहा था। इधर पुलिस ने युवती को देर शाम उसके परिजनों को सौंप दिया।