Move to Jagran APP

स्कूली बच्चों ने पर्वतीय संस्कृति को किया जीवंत

संवाद सहयोगी, बाजपुर : पर्वतीय महासभा द्वारा श्रीरामभवन धर्मशाला में हरेला पर्व पर आयोजित महोत्सव का

By JagranEdited By: Published: Sun, 16 Jul 2017 05:06 PM (IST)Updated: Sun, 16 Jul 2017 05:06 PM (IST)
स्कूली बच्चों ने पर्वतीय संस्कृति को किया जीवंत

संवाद सहयोगी, बाजपुर : पर्वतीय महासभा द्वारा श्रीरामभवन धर्मशाला में हरेला पर्व पर आयोजित महोत्सव का शुभारंभ देवेंद्र रावत, योगेश मुनगली, कमल किशोर भट्ट व केके शर्मा आदि ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया। इस दौरान स्कूली बच्चों द्वारा पर्वतीय संस्कृति से ओतप्रोत सराहनीय प्रस्तुतियां दी गई।

loksabha election banner

कार्यक्रम में वक्ताओं ने कहा कि जिस जाति धर्म के लोग अपनी संस्कृति विरासत को भूल जाते हैं, वह कभी उन्नति नहीं करते। उन्होंने कहा हमारे समाज के वाद्य यंत्र किताबी बनकर रह गए। कुमाऊंनी भाषा घरों में बोली जानी बंद हो गई। संस्कृति त्योहारों में सिमट कर रह गई। हमे अपने भविष्य को देखते हुए सांस्कृतिक विरासत को ¨जदा रखना होगा। पर्वतीय महासभा द्वारा अतिथियों को स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया गया। संचालन एलडी पंतोला ने किया। इस मौके पर विधायक प्रतिनिधि मोहन पनेरु, कार्यक्रम संयोजक लक्ष्मण ¨सह नेगी, अध्यक्ष सुरेश पांडेय, महामंत्री पीडी ममगई, केके जोशी, हरीश भट्ट, टीडी जोशी, वीरेंद्र बिष्ट, एनडी जोशी, रवि उप्रेती, जयपाल ¨सह रावत, सुभाष कांडपाल, मयंक शर्मा, मोहन चंद पांडेय आदि मौजूद थे।

पर्वतीय महासभा ने अतिथियों को भेंट किए पौधे

बाजपुर: हरेला पर्व वास्तव में हरियाली लेकर आए इसके लिए पर्वतीय महासभा द्वारा सभी अतिथियों को चंदन आदि के पौधे उपहार स्वरूप भेंट किए गए। पर्वतीय महासभा का मानना था कि सभी आयोजनों मे यदि पौधे संकल्प के साथ भेंट किए जाएं तो धरा को हरा भरा बनाने में बड़ी मदद मिल सकती है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.