दिव्यांगों को लेकर भटकते रहेअभिभावक
जागरण संवाददाता, काशीपुर : दिव्यांग बच्चों की जांच कराने के लिए अभिभावकों को नगर निगम में बुलाया गया
जागरण संवाददाता, काशीपुर : दिव्यांग बच्चों की जांच कराने के लिए अभिभावकों को नगर निगम में बुलाया गया था, जबकि सीडीपीओ शहर कार्यालय में जांच हुई। इससे अभिभावक बच्चों को लेकर इधर-उधर भटकते रहे। यही नहीं, महिला कार्यकर्ता भी परेशान दिखी।
दिव्यांग बच्चों की मानसिक व शारीरिक सेहत सुधारने के लिए बाल विभाग ऊधमसिंह नगर ने रसायन होम देहरादून से सितंबर 2016 को समझौता किया है। होम की टीम हर दूसरे माह बच्चों की जांच करते आती है। मंगलवार को नगर निगम में दिव्यांग बच्चों की जांच कराने के लिए स्थान निर्धारित किय गया था। इसके लिए सीडीपीओ शहर कार्यालय से महिला कार्यकर्ताओं व अभिभावकों को लिखित सूचना भेजी गई थी। महिला कार्यकर्ताओं के साथ बच्चों को लेकर अभिभावक नगर निगम पहुंचे तो बताया गया कि जांच सीडीपीओ कार्यालय में होगी, जब सीडीपीओ कार्यालय पहुंचे तो बताया गया कि नगर निगम में जांच होगी। इससे बच्चों को लेकर अभिभावक इधर-उधर भटकते दिखे। आजिज आकर कुछ अभिभावक बच्चों को लेकर निगम में कुछ सीडीपीओ कार्यालय में जांच टीम का इंतजार करते दिखे। यहां तक कि महिला कार्यकर्ता भी परेशान दिखीं। टीम आने तक स्थान को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई थी। जब टीम सीडीपीओ कार्यालय पहुंची तो निगम से अभिभावक भी कार्यालय पहुंचे। इधर-उधर भटकने से अभिभावकों में सीडीपीओ के प्रति आक्रोश दिखा। टीम में बाल मनोवैज्ञानिक मनिंदर मारवाह ने ग्रामीण के 16 व शहर के चार दिव्यांग बच्चों की जांच की। बाल विकास परियोजना अधिकारी शहर शांति देवी ने बताया कि नगर निगम में मंगलवार को साढ़े 10 बजे जांच शिविर का स्थान निर्धारित था, मगर मंगलवार को निगम ने कमरा खाली न होने की बात कहकर शिविर के लिए जगह देने से मना कर दिया। मजबूरी में ब्लॉक स्थित सीडीपीओ कार्यालय में शिविर लगाया गया।