25 फीसद परिसंपत्तियों का होना है बंटवारा
संवाद सहयोगी, सितारगंज : उत्तर प्रदेश के कब्जे वाली ¨सचाई विभाग की परिसंपत्तियों को अपने कब्जे मे
संवाद सहयोगी, सितारगंज : उत्तर प्रदेश के कब्जे वाली ¨सचाई विभाग की परिसंपत्तियों को अपने कब्जे में लेने के लिए विभाग ने एक बार फिर रूहेलखंड ¨सचाई विभाग के अधिकारियों से संपर्क साधना शुरू कर दिया है। इस बार केंद्र, उप्र व राज्य में भाजपा की सरकार होने के कारण कई वर्षों से लटका परिसंपत्तियों का मामला सुलझ सकता है।
¨सचाई विभाग के ईई संजय राज ने बताया कि उत्तर प्रदेश के नियंत्रण में राज्य की आवासीय, अनावासीय भवन, जलाशय, अनुपयुक्त भूमि है। सितारगंज व खटीमा डिवीजन के अंतर्गत नियंत्रणाधीन भूमि पर अवैध कब्जे हो गए हैं। परिसंपत्तियों के बंटवारे को लेकर राज्य के कर्मचारी पहले से ही प्रयासरत हैं। इनमें सफलता भी मिली है। पूर्व में उप्र शासन ने नहरों का अधिकार राज्य को दे दिया है। लेकिन अन्य परिसंपत्ती बंटवारे के मसले पर उप्र के अधिकारी दिलचस्पी नहीं ले रहे हैं।
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पर्यटक स्थल बनेंगे जलाशय क्षेत्र
सितारगंज : राज्य की भौगोलिक सीमा के अंतर्गत उप्र के नियंत्रणाधीन आने वाली परिसंपत्तियों पर अधिकांश रूप से अवैध कब्जे हो गए हैं। बैराज की भूमि को भी अतिक्रमणकारियों ने जोत रखा है। पर्यटक स्थल उप्र के अधिकारियों की बेरुखी के कारण बदहाल हो चुके हैं। बंटवारे के बाद बदहाल हो चुके पर्यटक स्थलों को ¨सचाई विभाग भव्य रूप देने का दावा कर रहा है। अधिकारियों का कहना है कि पर्यटकों को लुभाने के लिए सभी तरह की व्यवस्था की जाएगी।