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आर्य के भाजपा में जाते ही गरमाई क्षेत्रीय सियासत

संवाद सहयोगी, बाजपुर: यशपाल आर्य के भाजपा में जाते ही क्षेत्र की सियासत गरमा गई है। इस कदम से कुछ भा

By Edited By: Published: Mon, 16 Jan 2017 07:55 PM (IST)Updated: Mon, 16 Jan 2017 07:55 PM (IST)
आर्य के भाजपा में जाते ही गरमाई क्षेत्रीय सियासत
आर्य के भाजपा में जाते ही गरमाई क्षेत्रीय सियासत

संवाद सहयोगी, बाजपुर: यशपाल आर्य के भाजपा में जाते ही क्षेत्र की सियासत गरमा गई है। इस कदम से कुछ भाजपाई अंदरखाने नाराज दिखाई दे रहे हैं, जो चाह कर भी पार्टी के निर्णय के खिलाफ नहीं जाना चाहते। वहीं, कांग्रेस के लिए भी इसे बड़ा झटका माना जा रहा है।

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जब कांग्रेस के नौ विधायकों ने बगावत कर भाजपा का दामन थामा तो यशपाल आर्य कयास लगाए जा रहे थे कि आर्य भी भाजपा में शामिल हो सकते हैं और वैसा ही हुआ, लेकिन क्या भाजपा के स्थानीय भाजपा नेता यशपाल को पचा पाएंगे इसका पता तो चुनावों के बाद ही चल पाएगा, जबकि कई भाजपाई दबी जुबान से पार्टी हाईकमान के इस निर्णय को गलत बता रहे हैं, परंतु वह चाह कर भी अपनी इस बात को खुलकर सामने नहीं ला पा रहे हैं। भाजपा ने आर्य को बाजपुर से लड़ाने का फैसला लिया है। ऐसे में वर्षो से क्षेत्र के शहरी व ग्रामीण इलाकों में भाजपा की नीतियों को घर-घर तक पहुंचाने के साथ ही संगठन को मजबूत बनाने वाले टिकट के दावेदारों के पार्टी हाईकमान किस तरह से संतुष्ट करेगा यह तो आने वाला समय ही बताएगा, लेकिन जिन लोगों की उम्मीदों को आघात पहुंचा क्या वह आर्य को दिल से चुनाव लड़वाएंगे यह आने वाला वक्त ही बताएगा।

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क्या अब भ्रष्टाचार के आरोप खत्म

बाजपुर : कल तक क्षेत्र में रहने वाले भाजपा के कई दिग्गज यशपाल आर्य को कोसते नजर आते थे, खुले मंचों से भ्रष्टाचारी होने का आरोप लगाते थे। अब वह जनता को क्या जवाब देंगे कि यशपाल आर्य भ्रष्टाचारी नहीं हैं, या फिर कुछ और। कुछ दिन पूर्व भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता व पूर्व सांसद बलराज पासी ने चीनी मिल के अतिथि गृह में आर्य पर भ्रष्ट होने का आरोप लगाया था, लेकिन अब जनता सवाल कर रही है कि क्या यशपाल पर लगाए गए आरोप गलत थे, जबकि भाजपा में शामिल होने के दौरान बलराज पासी भी मौके पर ही मौजूद थे।

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किसी ने कहा कांग्रेस तो किसी ने कहा मंत्री के साथ हैं

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कांग्रेस हाईकमान को काफी समय पहले से ही पता था कि यशपाल आर्य पार्टी के साथ गद्दारी करेंगे। उनको कांग्रेस से जाने के चलते पार्टी पर कोई असर नहीं पड़ेगा।

राजेंद्र सिंह बेदी, पूर्व नगर अध्यक्ष कांग्रेस

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अच्छा हुआ यशपाल आर्य खुद ही कांग्रेस को छोड़कर चले गए, क्योंकि मुख्यमंत्री हरीश रावत भी काफी समय से उन्हें ढो रहे थे। उनके सिर से भी आज भार उतर गया है। जो व्यक्ति अपने स्वार्थ सिद्धि के लिए पार्टी से गद्दारी कर सकता है वह किसी का हितैषी नहीं हो सकता।

-फायम अली उर्फ जैदी खान, युवा कांग्रेस नेता

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वह भाजपा के सच्चे सिपाही हैं। पार्टी ने काग्रेस मुक्त प्रदेश बनाने को लेकर जो भी निर्णय लिया है वह स्वागत योग्य है वह उसका स्वागत करते हैं तथा यशपाल आर्य को तन-मन-धन से चुनाव लड़वाया जाएगा।

-राजेश कुमार, भाजपा टिकट दावेदार

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पार्टी के निर्णय का स्वागत है तथा मिशन 2017 में बाजपुर विधानसभा में भाजपा का ध्वज फहराएगा।

-सुरेंद्र सिंह नामधारी, राष्ट्रीय सिख संगत

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वह कांग्रेस के साथ नहीं बल्कि यशपाल आर्य के साथ हैं, जहां वह रहेंगे हम भी वहीं रहेंगे। आर्य जुझारु नेता है। उनकी सोच विकासपरक है।

-रवि बंसल, युवा नेता


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