कब पूरा होगा जिला बनाने का वादा
अरविंद कुमार सिंह, काशीपुर कोहरे की चादर में तराई के लिपटने के साथ उदयराज हिंदू कॉलेज के प्रेक्षाग
अरविंद कुमार सिंह, काशीपुर
कोहरे की चादर में तराई के लिपटने के साथ उदयराज हिंदू कॉलेज के प्रेक्षागृह में सियासत की चादर भी बिछ गई है। गुरुवार को सीएम हरीश रावत सतत संकल्प यात्रा के समापन पर इसी प्रेक्षागृह में जनता को संबोधित करेंगे। चुनावी मौसम को देखते हुए काशीपुर को जिला बनाने की घोषणा होने के भी कयास लगाए जा रहे हैं। हालांकि बार-बार होती उपेक्षा से उनके चेहरे पर मायूसी भी झलक रही है।
काशीपुर को जिला बनाने की घोषणाएं तो कई बार हुई, लेकिन इसे कभी अमलीजामा नहीं पहनाया जा सका। पूर्व प्रधानमंत्री पं. जवाहर लाल नेहरू वर्ष 1952 में एक कार्यक्रम में शामिल होने पंत विवि आए थे। तब पहली बार यहां के बाशिंदों ने काशीपुर को जिला बनाने की मांग की थी। खुद पूर्व सीएम पं. एनडी तिवारी ने भी काशीपुर को जिला बनाने का वादा किया था, लेकिन यह भी पूरा नहीं हो सका। बसपा सरकार में भी जिला बनाने की मांग काफी परवान चढ़ी थी, लेकिन तब शहीद ऊधमसिंह नगर के नाम पर जिला बना दिया गया। इससे जिले की मांग कुछ समय के लिए दब गई। इसके बाद भी जिले को लेकर कई बार आंदोलन होते रहे। वर्ष 2011 में तो बाजार बंद कर कई ट्रेन रोक दी गई। इसमें चार नामजद व कई अज्ञात के खिलाफ केस तक दर्ज किया गया। इसी साल 10 फरवरी को सीएम रावत ने भी नगर निगम में जन संवाद कार्यक्रम के दौरान जिला बनाने व जीजीआइसी खोलने का भरोसा दिया था, लेकिन तब से यह घोषणा ठंडे बस्ते में है। अब फिर से सीएम की जनसभा काशीपुर में होने जा रही है। इसलिए कयास लगाए जा रहे हैं कि सीएम चुनावी मौसम में काशीपुर को जिला बनाने की घोषणा कर सकते हैं। हालांकि इन घोषणाओं को अमलीजामा पहनाया भी जाएगा या नहीं, यह भी बड़ा प्रश्न है। हालांकि जनसभा में सीएम हरीश रावत काशीपुर, कोटद्वार, रानीखेत, रुड़की, डीडीहाट व यमुनोत्री को जिला घोषित कर सकते हैं। इसके जरिये ऊधमसिंह नगर के साथ भाबर को साधने की कोशिश करेंगे। इसके साथ ही बार एसोसिएशन चैंबर के लिए एक करोड़, राजकीय पॉलीटेक्निक कॉलेज में रिक्त पदों भर्ती, उर्दू शिक्षकों की भर्ती जैसी कई घोषणाएं की जा सकती हैं।