जसपुर में सांप्रदायिक तनाव, पुलिस तैनात
संवाद सूत्र, जसपुर : मोहल्ला जोशियान में कुछ लोगों ने एक बाइक सवार एक युवक पर कुर्बानी का मांस ले जा
संवाद सूत्र, जसपुर : मोहल्ला जोशियान में कुछ लोगों ने एक बाइक सवार एक युवक पर कुर्बानी का मांस ले जाने का आरोप लगाते हुए मारपीट कर दी। इससे दोनों संप्रदाय के लोग आमने-सामने आ गए। मामला तूल पकड़ता इससे पूर्व ही पुलिस ने बल पूर्वक लोगों को खदेड़ दिया। इस दौरान असामाजिक तत्वों ने पुलिस पर पथराव कर दिया, जिससे एक पुलिसकर्मी घायल हो गया। तनाव को देखते हुए मोहल्ले में पुलिस तैनात कर दी गई है। दोनों पक्षों की ओर से एक-दूसरे के खिलाफ तहरीर दी गई है।
नगर में मंगलवार को ईद उल अजहा मनाया जा रहा था। शाम करीब चार बजे जोशियान मोहल्ले से एक युवक बाइक से जा रहा था। आरोप है कि मोहल्ले के कुछ असामाजिक तत्वों ने उसे रोक लिया और उसकी तलाशी लेने लगे। युवकों ने उसकी बाइक की डिग्गी में मांस होने का आरोप लगाकर मारपीट शुरू कर दी। इससे वहा भीड़ जमा हो गई। इसकी सूचना युवक पक्ष के लोगों को लगी तो काफी संख्या में दूसरे पक्ष के लोग भी पहुंच गए और दोनों पक्ष आमने-सामने आ गए। मामला तूल पकड़ पाता इससे पहले ही किसी ने मामले की सूचना पुलिस को दे दी। सूचना मिलते ही कोतवाल आरके चमोली, एसएसआइ अमन चड्डा व कस्बा इंचार्ज जीआर मय फोर्स मौके पर पहुंच गए और किसी तरह मामला शांत कराया। इसी दौरान किसी ने पुलिस पर पथराव कर दिया। पथराव में पुलिस कर्मी सुनील तोमर घायल हो गया और उसका हेलमेट टूट गया। इससे स्थिति एक बार फिर बिगड़ गई। दोनों पक्ष आमने-सामने आते इससे पहले ही पुलिस ने लाठीचार्ज कर भीड़ को खदेड़ दिया। तनाव को देखते हुए मोहल्ले में पुलिस तैनात कर दी है। सूचना पर अपर पुलिस अधीक्षक कमलेश उपाध्याय, सीओ जेसी टम्टा, एसडीएम युक्ता मिश्र, बाजपुर सीओ, काशीपुर एवं कुंडा पुलिस मौके पर पहुंच गई। अधिकारियों ने दोनों समुदाय के लोगों को दोषियों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन देकर मामले को शांत किया। मुस्लिम समुदाय ने एक भाजपा नेता और उसके समर्थकों पर माहौल खराब करने का आरोप लगाते हुए के खिलाफ तहरीर दी है। वहीं जोशियों ने मुस्लिम समुदाय के लोगों के खिलाफ तहरीर दी है। एएसपी कमलेश उपाध्याय ने बताया कि दोनों पक्षों की ओर से तहरीर आई है। घटना की जाच कर दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।
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क्षेत्र में तैनात की थी पुलिस
इससे पहले भी मोहल्ले में मीट ले जाने को लेकर विवाद होता रहा है। जिसमें एक नेता का नाम हमेशा चर्चा में रहता है। अमन कमेटी की बैठक में भी यह मुद्दा छाया रहता है। पिछले साल भी यहा इसी बात को लेकर विवाद हुआ था। अतिसंवेदनशील क्षेत्र होने की वजह से यहां भारी पुलिस बल तैनात किया गया था, फिर भी असामाजिक तत्व बाज नहीं आए। अगर पुलिस तैनात नहीं रहती तो बड़ी घटना घट सकती थी।