टांडा में फिर चली पेड़ों पर आरी
जागरण संवाददाता, रुद्रपुर : टांडा वन क्षेत्र में हरियाली पर आरी चलवाने वाले वन कर्मियों को विभाग अभ
जागरण संवाददाता, रुद्रपुर : टांडा वन क्षेत्र में हरियाली पर आरी चलवाने वाले वन कर्मियों को विभाग अभी सजा तक नहीं दे पाया था कि वन तस्करों ने एक बार फिर इसी वन क्षेत्र के पश्चिमी धीमरी ब्लाक में सागौन, खैर व कुकाट के तीन दर्जन से अधिक वृक्षों पर आरी चला दी। काटे गए वृक्षों की कीमत लाखों में आंकी जा रही है। महकमे के बड़े अधिकारियों को इसकी भनक तक नहीं लग पाई। सूचना पर डीएफओ ने मामले की जांच की बात कही है।
तराई केंद्रीय वन प्रभाग का टांडा रेंज लकड़ी तस्करों की ऐशगाह बन गया है। यहां वन तस्कर बेखौफ हो हरे-भरे वृक्षों पर आरी चला वन संपदा चोरी कर रहे हैं। इस काम में क्षेत्र में तैनात कुछ वन कर्मियों भी पूरा सहयोग रहता है। विभाग द्वारा हाल में कराई गई जांच में इसकी पुष्टि भी हो चुकी है। इसके बावजूद ऐसे कर्मचारियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई। ऐसे में तस्करों से लेकर ऐसे कर्मचारियों तक सभी के हौसले बुलंद हैं। अब नए मामले में एक बार फिर टांडा रेंज के पश्चिमी धीमरी ब्लाक में प्लाट संख्या पांच व दस में वन तस्करों ने सागौन, खैर व कुकाट के तीन दर्जन से अधिक वृक्षों पर आरी चला दी है। वृक्षों को काटने के बाद इनके ठूंठों को जलाने का भी प्रयास किया गया। तमाम निशान व ठूंठ स्वयं गवाही दे रहे है कि तस्करों ने ये पेड़ हाल ही में काटे हैं। इस बारे में जानकारी के लिए जब वन अधिकारियों से संपर्क का प्रयास किया गया तो वन क्षेत्राधिकारी जीसी त्रिपाठी ने तो फोन ही नहीं उठाया जबकि डीएफओ डा. सनातन ने मामले की जानकारी न होने और विभागीय कर्मियों को तत्काल मौके पर भेजने की बात कही है।
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टांडा वन क्षेत्र में वृक्षों पर आरी चलने के मामले की जांच कराई जा रही है। मामला सही पाए जाने पर क्षेत्र में तैनात वन कर्मियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। वन क्षेत्र में गश्त भी तेज की जा रही है।
-डा. सनातन, प्रभागीय वनाधिकारी, तराई केंद्रीय वन प्रभाग