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एरिया बेस्ड बनेगा मिनरल मिक्सचर

रुद्रपुर : राज्य में एरिया स्पेसिफिक मिनरल मिक्सचर बनेगा। इससे न केवल पशु स्वस्थ रहेंगे, बल्कि दूध क

By Edited By: Published: Mon, 31 Aug 2015 11:54 PM (IST)Updated: Mon, 31 Aug 2015 11:54 PM (IST)
एरिया बेस्ड बनेगा मिनरल मिक्सचर

रुद्रपुर : राज्य में एरिया स्पेसिफिक मिनरल मिक्सचर बनेगा। इससे न केवल पशु स्वस्थ रहेंगे, बल्कि दूध का उत्पादन भी बढ़ेगा। बांझपन की समस्या भी दूर होगी। अभी तक देश में एक ही मानक पर मिनरल बनता था। नए मानक में मैग्नेशियम, आयरन आदि खनिज लवणों को नहीं मिलाया जाएगा। उत्तराखंड पहला ऐसा राज्य होगा जहां पर पर्वतीय व मैदानी क्षेत्र की मृदा के हिसाब से मिनरल मिक्सचर तैयार होगा।

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देश में एक ही मानक पर पशु आहार के लिए मिनरल मिक्सचर तैयार किया जा रहा था। जबकि मृदा की गुणवत्ता भिन्न होने की वजह से पशुओं को जो चारा खिलाया जाता है, उससे पर्याप्त खनिज लवण नहीं मिल पाता है। राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड ने देश के विभिन्न राज्यों की मृदा के नमूनों की जांच कराई। जांच रिपोर्ट के आधार पर बोर्ड ने राज्य का एक मात्र रुद्रपुर स्थित आंचल पशु आहार निर्माणशाला को यहां के मानक के हिसाब से मिनरल मिक्सचर (मिमि.) बनाने को कहा। उत्तराखंड में पशुओं को कैल्शि्यम की मात्रा ज्यादा चाहिए, जबकि कम मिल रही थी। इससे दूध का उत्पादन में खास वृद्घि नहीं हो पा रही थी। देश के एक ही मानक से तैयार मिनरल मिक्सचर पशुओं को खिलाने से कोई फायदा नहीं होता है। कुछ ऐसे खनिज लवण हैं, जिनकी पशुओं को जरूरत नहीं है। जिन खनिज लवणों की जितनी जरूरत होती है, उतनी मिल नहीं पाती है। बोर्ड के आदेश को अमल में लाने के लिए निर्माणशाला के अफसर जुट गए हैं। अफसरों के मुताबिक नए मानक से तैयार मिनरल मिक्सचर खिलाने से दो से चार फीसदी दूध का उत्पादन बढ़ने की उम्मीद है।

इनसेट

अब इस मानक पर मिक्सचर

खनिज लवण मैदानी पर्वतीय फीसद

.कैल्सियम 24 27

.फास्फोरस 14 10

.आयोडीन 0.026 0.026

.मैंगनीज 0.30

.कॉपर 0.25 0.15

.जिंक 1.4 1.2

.फ्लोरीन 0.08 0.06

इनसेट

इसके फायदे

-शरीर की अच्छी बढ़वार व पशु जल्द गरम हो जाएंगे

-पशुओं की प्रजनन क्षमता में सुधार

-दो ब्यातों के बीच अंतर कम होना

-दुग्ध उत्पादन में वृद्घि

-पशु स्वस्थ व प्रतिरोधक क्षमता बढ़ जाना

-स्वस्थ्य बछिया व बछड़ा पैदा होना

-पशुओं में बांझपन की समस्या का निवारण

इनसेट

पहले मानक में मैग्नेशियम, आयरन, कोबॉल्ट व सल्फर नामक खनिज लवणों को मिलाया जाता था। जबकि यहां के पशुओं को इनकी जरूरत नहीं है। घोड़ा, मछली, भेड़-बकरी, गाय, भैंस और खरगोश के लिए मिनरल मिक्सचर बनते हैं।

वर्जन

अब पर्वतीय व मैदानी क्षेत्रों की मिट्टी की गुणवत्ता के आधार पर मिनरल मिक्सचर बनाने की तैयारी शुरू कर दी गई है। करीब 15 सितंबर में नए मानक के मिक्सचर बाजार में उपलब्ध हो जाएगा।

डॉ. मोहन चंद, सामान्य प्रबंधक, आंचल पशु आहार निर्माणशाला, रुद्रपुर


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